साइबर लॉ बनें डिजिटल दुनिया के पहरुवे!

अगर आप तकनीकी प्रेमी हैं और कंप्यूटर एवं इंटरनेट से खेलना आपकी हॉबी का हिस्सा है तो साइबर दुनिया आपका स्वागत करने के लिए बांहें पसारे खड़ी है, साइबर लॉ एक्सपर्ट के रूप में। जी, हां! इंटरनेट आज सिर्फ आधुनिक जीवन-शैली और मनोरंजन का जरिया ही नहीं है, बल्कि यह एक बहुत बड़ी कारोबारी दुनिया का भी हिस्सा है। साइबर लॉयर दरअसल इसी डिजिटल जगत के योद्घा हैं। निश्र्चित रूप से साइबर लॉ उन युवाओं के लिए एक रोमांचक क्षेत्र है, जो तकनीकी प्रेमी हैं और दुनिया को नये ढंग से ढूंढ़ने में यकीन रखते हैं। लेकिन जो लोग डिजिटल तकनीक के प्रेमी नहीं हैं, ऐसा नहीं है कि वह इसे कॅरियर के रूप में नहीं अपना सकते।

सुप्रीम कोर्ट के वकील और साइबर लॉ के विशेषज्ञ पवन दुग्गल कहते हैं, “”साइबर लॉ एक तेजी से उभर रहा क्षेत्र है, ऐसे में यह किसी के लिए भी बेहद उर्वर है, जो यहां से पैसे बना सकता है।” यह इसलिए स्वाभाविक है, क्योंकि आज की तारीख में साइबर ााइम वास्तविक ााइम से भी कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है और उससे ज्यादा कहीं ज्यादा खतरनाक हो चुका है। साइबर ााइम करोड़ों लोगों के जीवन और उनके प्रोफेशनल कामकाज को प्रभावित कर रहा है। अरबों रुपये की धोखाधड़ी साइबर ााइम के जरिए हो रही है। ऐसे में साइबर लॉयर की सिर्फ हमारे यहां ही नहीं, पूरी दुनिया में बहुत तेजी से मांग बढ़ी है।

ोडिट कार्डों के गोलमाल से हर दिन लाखों लोगों को करोड़ों रुपयों का चूना लग रहा है। वेबसाइट हैकिंग से बड़े-बड़े संस्थानों का एक झटके में काम ठप्प पड़ जाता है। धोखाधड़ी और पोर्नोग्राफी तो इस कदर खतरनाक रूप आख्तयार कर चुकी हैं कि इनके बारे में जितना कहा जाए उतना कम है। इसके अलावा ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग, ऑनलाइन स्टॉकिंग जैसे तमाम मामले भी साइबर लॉ का विषय हैं। कुल मिलाकर इंटरनेट के जरिए होने वाले तमाम अपराधों को साइबर ााइम और इन अपराधों से कानूनी तरीके से निपटने वालों को साइबर लॉयर कहते हैं। साइबर लॉ एक ऐसा क्षेत्र है, जिसकी आज जितनी मांग है, उससे कई गुना मांग भविष्य में होगी। इस वजह से भी यह कॅरियर के लिए एक जबरदस्त क्षेत्र है।

साइबर लॉ के विभिन्न पाठ्यामों में प्रवेश करने की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10जमा2 होती है, जबकि कुछ कोर्स स्नातक के बाद भी किए जा सकते हैं। चूंकि इस कॅरियर का मुख्य आधार आईटी प्रोफेशनल हैं, इसलिए आईटी प्रोफेशनल्स भी इस क्षेत्र में प्रवेश करके अपने कॅरियर को नयी ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं। साइबर लॉ में कंप्यूटर से संबंधित कानूनी मामलों का निपटारा होता है। कंप्यूटर सिस्टम और कंप्यूटर नेटवर्क मसलन इंटरनेट प्रमुख रूप से साइबर लॉ के दायरे में आते हैं। हालांकि यह अभी उभर रहा क्षेत्र ही है, लेकिन यहां अच्छी-खासी सेलरी मिल जाती है। 10 हजार रुपये मासिक से लेकर 70-75 हजार रुपये तक महीने में पाना बहुत आसान बात है। चूंकि हिन्दुस्तान में इंटरनेट का उपयोग बहुत तेजी से बढ़ रहा है, अभी जहां महज 4 करोड़ से ज्यादा लोग ही इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं सन् 2015 तक भारत में इंटरनेट का उपयोग करने वालों की तादाद बढ़कर 20 करोड़ से ऊपर पहुंच जाएगी। कहने की जरूरत नहीं है कि इस क्षेत्र में शानदार भविष्य है।

भारत में अभी तक साइबर ााइम एक्ट 2000 ही लागू है, जो इस तरह के अपराधों को निपटाता है और जिसकी परिधि में बहुत सीमित अपराध ही आते हैं, फिर भी रजिस्टर्ड होने वाले अपराधों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। साइबर वकील बनने के लिए दो तरीके हैं- या तो 10जमा2 करने के बाद लॉ की डिग्री लें और साइबर पाठ्याम को भी पूरा करें या पहले से ही अगर वकील हैं तो साइबर लॉ में डिप्लोमा करें। हालांकि अभी तक साइबर लॉ में डिग्री या डिप्लोमा देने वाला कोई यूजीसी से मान्यता प्राप्त पाठ्याम नहीं है। लेकिन जल्द ही यूजीसी इसे पाठ्याम बनायेगी।

साइबर लॉ में प्रशिक्षण देने वाले कुछ प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं-

  • एशियन स्कूल ऑफ साइबर लॉ, पुणे, मुंबई
  • इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट, दिल्ली/नालसर/ हैदराबाद
  • एमिटी लॉ स्कूल, दिल्ली
  • साइबर लॉ कॉलेज
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, इलाहाबाद
  • लॉ डिपार्टमेंट दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
  • नेशनल लॉ ऑफ इंडिया, बैंगलुरू

ये तमाम संस्थान साइबर लॉ में प्रशिक्षण के लिए विभिन्न तरह के पाठ्याम उपलब्ध कराते हैं। हालांकि तकनीकी रूप से साइबर लॉयर बनने के लिए जरूरी नहीं है कि आप आईटी एक्सपर्ट भी हों। लेकिन अगर आप इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी को भली-भांति समझते हैं, तो आपके लिए काम करना आसान रहेगा। इससे दिमाग भी तेज चलेगा। क्योंकि साइबर लॉ में महारत हासिल करने के लिए साइबर अपराधियों की दुनिया के बारे में तो जानकारी होनी ही चाहिए। साइबर लॉ के मौजूद विभिन्न पाठ्यामों में साइबर लॉ में डिप्लोमा तथा एडवांस डिप्लोमा प्रमुख हैं। डिप्लोमा कोर्स की अवधि आमतौर पर 6 माह और एडवांस डिप्लोमा कोर्स की अवधि एक साल की होती है। इन पाठ्यामों में साइबर लॉ के अलावा पर्सनल लॉ और कंपनी लॉ आदि के बारे में भी बताया जाता है। ये कोर्स डिस्टेंस तथा ऑनलाइन माध्यम में भी उपलब्ध हैं और समय-समय पर इनके संबंध में कई तरह के सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित होते रहते हैं, जो साइबर लॉ में महारत हासिल करने के लिए जरूरी सुविधा उपलब्ध कराते हैं।

सवाल है, साइबर लॉयर के लिए रोजगार कहां-कहां उपलब्ध हैं? साइबर लॉयर के लिए जिन जगहों में रोजगार उपलब्ध है, उनमें वो कंपनियां जो ई-कॉमर्स तथा ऑनलाइन टेडिंग करती हैं, सुरक्षा एजेंसियों तथा पुलिस में, आईटी कंपनियों में भी साइबर लॉ कंसल्टेंट रखे जाते हैं ताकि वह अपने ऐसे ग्राहकों को साइबर लॉ संबंधी कानूनी सहायता भी उपलब्ध करा सकें, जिनका वह काम करते हैं। साथ ही साइबर लॉ विशेषज्ञों की विभिन्न अनुसंधान तथा टेनिंग संस्थानों में भी बड़े पैमाने पर जरूरत है। अगर ऐसी किसी जगह काम नहीं करना है, तो खुद की भी साइबर लॉ कंसल्टेंसी खोली जा सकती है। विभिन्न बैंकों तथा दूसरे वित्तीय संस्थानों और एजेंसियों में भी ऐसे विशेषज्ञों की बड़े पैमाने पर जरूरत है। इस सबके अलावा बड़ी तेजी से विभिन्न सरकारें ई-गवर्नेंस को अपने प्रशासन का हिस्सा बनाने जा रही हैं। यहां भी साइबर लॉ विशेषज्ञों की जरूरत होती है। इस तरह देखा जाए तो इस क्षेत्र में नौकरी के लिए काफी ज्यादा अवसर उपलब्ध हैं।

– की.शे.

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