थे ही म्हारे मायर रामा, थे ही म्हारा बाप भजन

थे ही म्हारे मायर रामा, थे ही म्हारा बाप।
आप रे रिससायाँ म्हारे, काँई होला हाल॥
कलश माँहि कला, नेजा रे माहिनूर।
देवरा में उबो बाबो, हाजरे हुजूर॥
वारी वारी ओ पीरजी, म्हारा रामा पीरजी, म्हारा साँचा देवजी॥
मेले मसुरियो, बाली नाथ रो थान।
जातरु आवे बाबा रे, खाविन्दा अन्त ना पार॥ 1 ॥
राम सरोवरा री, ऊँची निची पाल।
पीरजी नांदेरे घोडा रे, घूगर माल.. 2 ॥
झाडी झाडी झंगी रामा, बाजे जंगी ढोल।
लीला ने सिन्गारो धणी, हुवो असवार॥ 3 ॥
बिरम भाखडा में, बाजे जंगी ढोल।
पिंड़ता तो पकड़ी थारा, नेजा वाली डोर॥ 4 ॥
हरजी तो बहे धणी, भजन वाला कोट।
बाना तनी खाविन्दा, लिनी थारी ओट॥ 5 ॥

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