याद किया आवोन आरोध्या आपरो भजन

याद किया आवोन आरोध्या आपरो
बिरद सम्भाल बापजी नजर दूष्ट री टाल
गवरी का नन्द खोल म्हारा बन्धन
कटे हिरदे का झाल
हरि हरि बानी हिरदे जानी
कटे करम का झाल बापजी टेर
भेरू नाथ भली करी बाबा
काशीरा कोतवाल
नंद गिरी की नाशी गुजरला
बान्धों गुगर माल
शक्ति सासे मेटियो सन्ता रो
बड़ा बड़ी कंकाल
होहि गलाज हटीक उसरेने
बान्धी गतरी पाल
हनुमान अजनी का पूता
महा बली बलवान
गढ़ लका रे धेरो दिनों करी
लगड़ा ललकार
रामा पीर मेट मन धोको जीव पंडियों झंझाल
ले भालो दुश्मन माते गाजो सता
सामो नाल
बैदी बारी करो गुसाई
गम किना लाखों वाल
ताजे पत संतदुःख पावे
लिजे श्याम सामाल
रूपा दें तारा दें तारी सूरे की
लिवी समाल
हरिचन्द माले पच पिया
जद निबीया भोपाल
कल जुन करनी जोयमती
दाता बेग टेक पतपाल
सावल सूनजो का बल टालों
संत जुम्मा मे चाल
साँचा संत पंत में पूगा
साँची राखो सार
कह लिकमों संतारा
परदा राखी राम रिजपाल

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