किसानों की आत्महत्या के पीछे कृषि के अलावा अन्य कारण भी

किसानों की आत्महत्या के पीछे कृषि के अलावा अन्य कारण भी

सरकार ने आज बताया कि कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों द्वारा आत्महत्या किए जाने के कारणों में रिण ग्रस्त होना, फसल न होना या खराब हो जाना, सूखा के अलावा प्रेम प्रसंग, विवाह न होना, बांझपन और नपुंसकता जैसे सामाजिक..आर्थिक एवं निजी कारण भी शामिल हैं। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने आज राज्यसभा को […]

चेक

चेक

चेक एक ऐसा साधन है, जिसका इस्तेमाल बैंक से रकम निकालने के लिए किया जाता है। चेक, बैंक को ग्राहक का बिना शर्त एक आदेश है। इसमें बैंक को निर्देश दिया जाता है कि वह उल्लिखित रकम का भुगतान चेक पर लिखे नाम वाले व्यक्ति, संस्था, संगठन या कंपनी को कर दे अथवा उसके आदेशानुसार […]

सनक की इंतहा है ऑब्सेसिव कम्पलसिव डिसऑर्डर

सनक की इंतहा है ऑब्सेसिव कम्पलसिव डिसऑर्डर

अपने इर्द-गिर्द देखिये, ऐसे कई लोग मिलेंगे जो हर घंटे पर हाथ धोते हैं। तालों को दस बार चैक करते हैं। पैन सीधी कतार में रखते हैं और जान जाते हैं कि कब उनसे छेड़ा-छाड़ी की गयी है। यह सब क्या है? इस सनक को ओसीडी या ओब्सेसिव कम्पलसिव डिसऑर्डर्स कहते हैं। ओसीडी बहुत आम […]

19वीं सदी में दिल्ली में लगता था अंग्रे़जी विवाह बाजार

19वीं सदी में दिल्ली में लगता था अंग्रे़जी विवाह बाजार

19वीं सदी में भारत में शासन कर रही ब्रिटिश सरकार को यहां कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। अंग्रेजों के खाने, रहने और सुरक्षा की एक ओर चिंता थी तो वहीं ईस्ट इंडिया कंपनी को अंग्रेज पुरुष अधिकारियों के वैवाहिक जीवन की भी चिंता थी। एक अनुमान के अनुसार 19वीं सदी के प्रारंभ […]

आस्था या करिश्मा कुदरत का

आस्था या करिश्मा कुदरत का

अमवां की सती का स्थान! चबूतरे के पास मरणासन्न अवस्था में कई पुरुष! महिलाएं व बच्चे, जिन्हें क्षेत्र के दूरदराज स्थानों पर सांपों ने डंस लिया था। कुछ के हाथ सांपों के रेंगने जैसे अंदाज में हिल रहे थे, अचानक एक 12 वर्षीय लड़का अंग़डाई लेते हुए उठ बैठा और फिर अपना माथा पटक दिया, […]

ताना शाहा बने दूल्हा

ताना शाहा बने दूल्हा

ताना शाह को अब भी समझ नहीं आ रहा था कि यह सब क्या हो रहा है? अब्दुल्लाह ने आगे बढ़कर ताना शाह को गले से लगा लिया। ताना शाह को महल ले जाया गया और कुछ ही समय में वह शाही दामाद की तरह तैयार हो गया। शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, […]

देवताओं की काश्त किया करते थे कुल्लू के लोग

देवताओं की काश्त किया करते थे कुल्लू के लोग

कुल्लू के लोग जमीन के औपचारिक बंदोबस्त से पहले देवताओं के मुजारे थे। ये लोग देवताओं की जमीन से अनाज पैदा करते थे और बदले में उन्हें कर देते थे। कुल्लू में देवताओं का इतिहास बहुत प्राचीन है। इन देवताओं की अपनी एक अनूठी व्यवस्था है। प्रत्येक गांव का एक प्रमुख देवता है। उसके आगे […]

पंचरतनी दाल

पंचरतनी दाल

सामग्री: 5 दालें (प्रत्येक 1/4 कप)- साबुत मूंग, साबुत मसूर, साबुत उड़द, चना दाल, अरहर दाल, 2 टेबलस्पून घी, शाहजीरा, बारीक कटा हुआ प्याज, 2 टीस्पून धनिया पाउडर, 1/2 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर, 1/2 टीस्पून हल्दी, स्वादानुसार नमक। तड़का लगाने के लिए – 4 टेबलस्पून सफेद मक्खन, 4-5 ोंच बीन्स बारीक कटी हुई, टमाटर बारीक […]

लौकीकेकबाब

लौकीकेकबाब

सामग्री : कद्दूकसकीहुईलौकी, 1 कटोरीचनेकीदालतथामसूरकीदालमिलीहुई, 1/4 सूखीब्रेडकाचूरा, 1/2 कटोरीप्याज (बारीककटाहुआ), हराधनिया (बारीककटाहुआ), हल्दीपाउडर 1/2 चम्मच, गरममसाला 1/2 चम्मच, सूजी 1 चम्मच, लहसुनवअदरककुटीहुई, नमकस्वादानुसार, तलनेकेलिएतेल।   विधि : दालकोआधेघंटेतकभिगोकरकुकरमेंउबालनेकेलिएरखें।ठंडीकीहुईदालमेंसारेमसालेवकटीहुईमिर्च, प्याज, धनियापत्ता, सूजी, ब्रेडकाचूरा, कद्दूकसकीहुईलौकी -सभीकोमिलादें।कबाबकाआकारदें।अबतवेपरकबाबकोतलतीजाएँ।गरमागरमकबाबकोहरेप्याजकेसाथपरोसें।

शादगी के प्रतीक राजेन्द्र बाबू

शादगी के प्रतीक राजेन्द्र बाबू

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्टपति थे। उनकी सरलता, सौम्यता, नम्रता और प्रतिभा का सारा संसार लोहा मानता था। उनका जन्म 3 दिसम्बर, 1884 को बिहार के सारन जिले के जीरादेई गांव में हुआ। आपके पिता महादेव सहाय फारसी और संस्कृत के विद्वान थे। माता कमलेश्र्वरी अत्यधिक धार्मिक प्रवृत्ति की थीं। राजेन्द्र प्रसाद को […]