मेरे खेत की माटी

अद्भुत है मनभावन है, मेरे खेत की माटी। माँ सरीखी पावन है, मेरे खेत की माटी। हल से सीना चिरवाती है, बीज बोओ फसल उगाती है। सब की भूख मिटाती है, मेरे खेत की माटी। छूकर देखो पोली है, नन्हीं बच्ची-सी भोली है। भरे मेहनत की झोली है, मेरे खेत की माटी। बरखा की प्रथम […]

सुनो-गुनो

दोस्ती वह धागा नहीं जो खींचने से टूट जाए, वह इन्सान दोस्त नहीं जो जल्दी रूठ जाए। दिल में है अपने, विद्या की तिजोरी, लाख चाहकर भी कोई, नहीं कर सकता चोरी। जो समय खोया है, फिर तुम्हें नहीं मिल सकता, यदि टूट जाए पत्ता पेड़ से तो, फिर नहीं जुड़ सकता। गाली के ज़वाब […]

मीठे बोल

दादी-दादी एक बात बतलाना, बच्चा समझकर ना बहलाना। कोयल और कौवे दोनों हैं कारे, पर कौवे क्यों लगते नहीं प्यारे। दादी बोली ज़रा ध्यान से सुन, मीठी बोली में हैं बड़े-बड़े गुन। कोयल और कौवे दोनों हैं कारे, पर कोयल सदा बोले मीठा रे। मीठा बोलकर सबको रिझाती, इसीलिए कोयल सबको भाती। कौवे मीठा कभी […]

धरती का भगवान

नदिया न पीये कभी अपना जल, वृक्ष न खाये कभी अपने फल, अपने तन का, मन का, धन का, दूजे को दे जो दान है, वह सच्चा इन्सान अरे, इस धरती का भगवान है। अगरबत्ती-सा जिसका अंग जले, और दुनिया को मीठी सुहास दे। दीपक-सा उसका जीवन है, जो दूजों को अपना प्रकाश दे। धर्म […]

बहादुर प्रिया ने बचाई जान

प्रिया को किताब चाहिए थी। उसने हनुमान मंदिर के पास अपनी साइकिल खड़ी की और सामने  किताब वाले की दुकान पर गई। उसने किताबें खरीद लीं। फिर साइकिल लेने वापस हनुमान मंदिर के पास गई। उसकी सहेली मिताली भी उसके साथ थी। वह मिताली से बोली, ‘‘चलो! जल्दी निकल लेते हैं। यहाँ थोड़ी देर बाद […]

गिलहरी रानी बड़ी सयानी!

  गिलहरियों को हमेशा ऐसा महसूस होता है कि कोई उन्हें देख रहा है। यह बात तब उजागर होती है जब वे अपना बचा-खुचा भोजन छुपाती हैं। क्योंकि जब वे अपना भोजन छुपाती हैं तो कई बार सिर्फ छुपाने का नाटक करती हैं। ऐसा क्यों करती हैं वे? ‘‘गिलहरियाँ जब भी अपना भोजन छुपाती हैं, […]

ऊंटों की दौड़

‘बाबा, आप मेरे और भैया के बीच संपत्ति का बंटवारा अपनी ज़िंदगी में ही कर देना।’ ‘क्यों क्या हुआ?’ ‘कुछ नहीं।’ ‘फिर यह बंटवारे की बात कहां से आ गयी?’ ‘दरअसल, मैं बाद में झगड़ा नहीं चाहती।’ ‘क्यों, क्या भैया से लड़ाई हो गयी?’ ‘नहीं।’ ‘फिर क्या बात है?’ ‘बाबा, देखो न संपत्ति के बंटवारे […]

मशीनी छिपकली स्टिकीबोट

घर में घूमती छिपकलियाँ क्या कम हैं कि वैज्ञानिकों को एक नई मशीनी छिपकली बनाने की जरूरत आन पड़ी है? अमेरिका के रॉबर्ट फुल को छिपकली, गिरगिट और काकरोच पसंद हैं और मार्क कटकोस्की को खास नापसंद भी नहीं। दोनों की जिज्ञासा थी कि किस तरह ये प्राणी खड़ी दीवारों पर आसानी से चढ़ जाते […]

बाढ़ की विभीषिका

बिहार और उत्तर प्रदेश इस समय बाढ़ की भयंकर विभीषिका से जूझ रहे हैं। बिहार की हालत सर्वाधिक खराब है। वहाँ कोसी और गंडक ने जो तबाही मचाई है उससे बिहार का एक बहुत बड़ा हिस्सा पूरी तरह जलमग्न हो गया है। चारों तरफ पानी ही पानी। नगर, कस्बा, गाँव और ज़मीन इस जल समुद्र […]

पाकिस्तान में सियासी संकट बैरकों से फिर निकल सकती है सेना

रखरखाव के रिश्ते अधिक समय तक कायम नहीं रहते हैं, पाकिस्तान में भी यही हुआ। पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ के विरुद्ध साझा दुश्मनी पाकिस्तान की दो मुख्य राजनीतिक पार्टियों-पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुस्लिम लीग (नवाज़) को एक मंच पर रोके हुए थी, लेकिन जैसे ही मुशर्रफ से मुक्ति मिली, इन दोनों दलों के पास साथ […]