बेड वैटिंग (बिस्तर गीला करना)

बि स्तर गीला करने का को तब तक समस्या न समझें, जब तक कि आपका बच्चा कम से कम 5 साल का न हो जाए। ज्यादातर बच्चों, खासकर लड़कों में यह धारणा काफी धीमी गति से बनती है कि उन्हें रात को उठकर टॉयलेट का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बच्चा अगर टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं करता है, तो यह कोई शारीरिक या मानसिक गड़बड़ी है। जो बच्चे बहुत गहरी नींद सोते हैं उन्हें बिस्तर गीला करने की आदत से उबरने में अपेक्षाकृत ज्यादा समय लगता है, मगर अधिकांश बच्चे 2 से 3 साल के अंदर ही मैनेज कर लेते हैं। जिन बच्चों में हमेशा बिस्तर गीला करने की आदत होती है, उसका कारण कुछ और नहीं बल्कि वह स्टेस होता है जो घर, स्कूल आदि बदलने या घर में होने वाले झगड़ों के कारण पैदा होता है। जो बच्चे हर दिन बिस्तर गीला करते हैं, हो सकता है कि उनके साथ ऐसा नर्व्स और मसल्स कंटोलिंग ब्लैडर फंक्शन की कमजोरी के कारण होता हो। इसके अलावा डायबिटीज, यूरिनरी इन्फेक्शन, शारीरिक बनावट में गड़बड़ी, पौष्टिक तत्वों में कमी, फूड एलर्जी- आदि मेडिकल कारण भी हो सकते हैं।

इलाज

होम्योपैथी :

  • बच्चा यदि सपना देखते समय बिस्तर गीला करता हो, तो “एक्विसेटम’ दें।
  • रात में यदि जल्दी पेशाब कर देता हो, तो “बेलाडोना’ दें।
  • अगर रात में वह जल्दी ही सपना देखते वक्त गहरी नींद में बिस्तर गीला करता है, तो “िायोसोटम’ का इस्तेमाल करें।
  • अगर पहली ही नींद में बच्चा पेशाब कर देता है और मौसम साफ होने पर यह समस्या और गंभीर रूप ले लेती है या सर्दी-खांसी के दौरान वह बिस्तर गीला करता है, तो “कास्टिकम’ दें।
  • जब ये सारी दवाएँ काम न करें, तो “प्लांटेगो’ को आजमाएँ।

अरोमाथेरेपी :

  • बच्चे को सोने के लिए जब नीचे लिटायें, तो उसकी कमर और पेट पर केमोमाइल मसाज ऑयल से मालिश करें।

बच फ्लॉवर रेमेडी :

  • बच्चा अगर हमेशा ही बिस्तर गीला करता है, तो “वाइल्ड रोज’ को आजमायें।
  • नये घर, नये स्कूल में जाने या घर में नया बच्चा आने के कारण अगर आपका बच्चा बेड वैटिंग करता है, तो “वालनट’ बेहतर होगा।
  • बच्चा अगर अपने अनुभवों से कुछ नहीं सीखता है, तो “चेस्टनट बड’ का इस्तेमाल करें।
  • यदि बेड वैटिंग का ताल्लुक किसी सदमे से है, तो “स्टार ऑफ बेथेलहम’ का प्रयोग करें।
  • अगर डर के कारण बच्चा बिस्तर गीला करता हो, तो “मिमुलस’ फायदेमंद साबित होगा।

इन उपायों को आप संबंंधित इलाज पद्घति के विशेषज्ञों की राय से ही आजमायें।

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