सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर यानी मानसून का मर्ज

सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर यानी मानसून का मर्ज

सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (सैड) एक किस्म का डिप्रेशन है, जो हर साल एक ही समय व्यक्ति को अपना शिकार बनाता है। सैड होने पर व्यक्ति न सिर्फ डिप्रेशन के लक्षण प्रदर्शित करता है बल्कि उसे न समझ में आने वाली थकन भी महसूस होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब दिन की रौशनी में […]

अस्पतालों में घातक हो सकते हैं सेलफोन

अस्पतालों में घातक हो सकते हैं सेलफोन

कई देशों के अस्पतालों में सेलफोन के इस्तेमाल पर रोक लगी हुई है, मगर कई डॉक्टर सेलफोन का उपयोग ऑपरेशन थिएटर तक में करते हैं, जो बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है। सेलफोन से निकलने वाले संकेत संवेदी मेडिकल उपकरणों के लिए भी नुकसानदायक होते हैं। ताजा शोध का तकाजा है कि अस्पतालों में […]

रेस्टलेस लेग सिंडोम अर्थात् बिस्तर में बेचैनी!

रेस्टलेस लेग सिंडोम अर्थात् बिस्तर में बेचैनी!

रेस्टलैस सिंडोम (आरएलएस) से पीड़ित लोग इस डिसऑर्डर के कारण, न पसंद आने वाला सेन्सेशन अपनी टांगों में चढ़ता हुआ महसूस करते हैं। यह सेन्सेशन अक्सर बढ़ता ही जाता है, जब तक कि बर्दाश्त के बाहर न हो जाये और आखिरकार व्यक्ति को उठकर छोटी वॉक पर जाने की जरूरत पड़ती है। बेचैन करने वाला […]

काली खांसी – कारण व लक्षण

काली खांसी – कारण व लक्षण

काली खांसी के रोगी द्वारा छींकने व खांसने से थूक की अत्यंत बारीक बूंदें हवा में फैल जाती हैं, ये बूंदें जीवाणुओं को फैलाने का काम करती हैं। इस रोग का व्यक्ति जब तक ठीक न हो जाये, संक्रामित ही रहता है और दूसरों को भी संक्रामित करता है। संक्रामित होने पर स्वस्थ व्यक्ति 15 […]

हॅंसी

हॅंसना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिससे शरीर में सकारात्मक रासायनिक परिवर्तन होते हैं। स्वच्छ और निर्मल हॅंसी का स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ता है। एक वयस्क दिनभर में दस बार भी नहीं हॅंसता, जबकि एक मासूम दिन में कम से कम चार सौ दफा मुस्कुराता है, हॅंसता है, खिलखिलाता है। सामाजिक जटिलताएँ इतनी बढ़ गई […]

हाईब्लड प्रेशर

भारत में हर नौवॉं व्यक्ति उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। उच्च रक्तचाप के बड़े पैमाने पर मौजूद होने के बावजूद ज्यादातर लोग इसकी उपस्थिति से अनजान हैं, क्योंकि आरंभिक चरण में इसके कोई लक्षण स्पष्ट दिखाई नहीं देते हैं। उच्च रक्तचाप का जोखिम अनुसंधान से पता चलता है कि जिन लोगों को उच्च रक्तचाप है, […]

रेकी के जनक : डॉ. मिकाओ उसुई

रेकी जापानी शब्द है। इसका मतलब है ब्रह्मांड की ऊर्जा। दो हजार साल पहले यीशु इसी तरह की किसी ऊर्जा से लोगों को रोगमुक्त करते थे। लोग कहते थे कि उनके हाथों में कोई दैवीय शक्ति है या कोई शफा है। बहुत बाद में मिकाओ उसुई ने ऐसी ही एक दैवीय शक्ति को खोजा। मिकाओ […]

कॉफी की लत

कॉफी की लत

महानगरों के तकरीबन हर कोने में कॉफी हाउस मिल जायेंगे। इससे इसकी बिक्री व लोकप्रियता का अंदाजा हो जाता है। कॉफी पॉट दफ्तरों का भी अटूट हिस्सा बन गया है। …और क्यों न बने? हर सुबह कार्यस्थल पर कर्मचारियों को अतिरिक्त ऊर्जा चाहिए होती है, जो एक या दो कप कॉफी से मिल जाती है। […]

यौन शक्तिवर्धक औषधियॉं के झूठे दावे

यौन शक्तिवर्धक औषधियॉं के झूठे दावे

सम्भवतः लोग उस दुर्घटना को अब तक न भूले होंगे, जब एक बहुत विख्यात नेता की आकस्मिक मृत्यु यौनशक्तिवर्धक औषधि लेने से हो गई थी। वास्तविकता यही है कि बहुत अधिक धनाढ्य, विलासी प्रौढ़ व वृद्घ पुरुष जो कि प्रायः नयी कमसिन लड़कियों के साथ सुख और शारीरिक भोग की लालसा रखते हैं, आजकल यौनशक्तिवर्धक […]

हृदय को बलवान बनाए अंगूर

हृदय को बलवान बनाए अंगूर

अंगूर स्वादिष्ट एवं खट्ठा-मीठा फल होता है। इससे शर्बत भी बनता है और शराब भी। शराब को “अंगूर की बेटी’ कहा जाता है। सूखने पर अंगूर और भी ज्यादा पौष्टिक हो जाता है जिसे मेवा, सौगी, किशमिश, मुनक्का आदि के नाम दिए गए हैं। किशमिश या मुनक्का शर्करा और कार्बोज से भरपूर होता है। यह […]