ब्रेकअप से ऐसे उबरें…

आधुनिक दुनिया का यही चलन हो गया है। अब “निभा करना किसी से तो उम्र भर करना’ का जमाना नहीं रहा है। इसलिए विवाह टूट रहे हैं, संबंधों पर विराम लग रहा है और दोस्त एक दूसरे को अलविदा कह रहे हैं। प्यार का रिश्ता जितनी जल्दी बनता है, उतनी जल्दी ही टूट जाता है। […]

शुक्रा तीर्थ : जहां हुई थी पहली भागवत कथा

उत्तर-भारत में गंगा के तट पर स्थित तीर्थों में शुक्रातीर्थ को “तीर्थ सम्राट’ कहा जाता है। हस्तिनापुर, विदुर कुटी (बिजनौर) के समान ही शुक्रातीर्थ (मुजफ्फर नगर) उन तीर्थों में है, जिसे श्रीकृष्ण ने अपने पावन चरणों से पवित्र किया। शुक्रातीर्थ पर असंख्य ऋषि-मुनियों की उपस्थिति में वटवृक्ष के नीचे बैठकर व्यास नंदन महर्षि शुकदेव जी […]

जब पुरुष आजीवन विवाह न करे

कई पुरुष विवाह को एक मानसिक एवं शारीरिक बंधन समझते हैं। अपनी आजादी के समाप्त होने के डर से वे शादी के पचड़े में नहीं पड़ना चाहते। घर-गृहस्थी के पचड़े में न पड़कर कुंवारा रहने की सोच लेते हैं। वे सामाजिक तौर पर कुंवारे होते हैं, परन्तु उन्होंने “टैम्परेरी कनेक्शन’ ले रखे होते हैं, क्योंकि […]

स्वास्थ्य के ये सदाबहार मिथ

स्वास्थ्य के ये सदाबहार मिथ

सेहत के बारे में अखबार व टीवी पर रोज नयी-नयी बातें आती हैं, जो अधिकतर विरोधाभास से भरी होती हैं। इनके चलते लोग गलतफहमी का शिकार हो जाते हैं या उनकी समझ में नहीं आता कि क्या सही है और क्या गलत। नतीजतन कुछ स्वास्थ्य संबंधी मिथ भी खड़े हो गये हैं जो आपको अच्छी […]

डर शत्रु भी, मित्र भी

डर शत्रु भी, मित्र भी

हम सभी रोज डरते हैं। डर के प्रकार पृथक-पृथक होते हैं और कारण भी। हम तमाम चीजों से डरते हैं, तमाम कामों से डरते हैं। कई बार अपने डरने का कारण स्पष्ट नहीं होता, फिर भी डरते हैं। कोई पत्र आया तो भी हल्का-सा डर कुछ लोगों में पैदा हो जाता है कि न जाने […]

पुरानी ची़जें खरीदते समय बरतें समझदारी

इंटरनेट शॉपिंग ने हमें यह सिखा दिया है कि जो कुछ हम हमेशा खरीदना चाहते थे, उसे अब सेकेंड हैंड भी खरीदा जा सकता है। मुहम्मद रफी के विनाइल एलपी रिकॉड्र्स से लेकर आईपोड्स और उनकी एक्सेसरी़ज तक सभी उपलब्ध हैं। बस आपको अपना दाम कोट करना है। लेकिन हर सेकेंड हैंड ची़ज अच्छी नहीं […]

गुुस्सा है सबसे बड़ा दुश्मन

गुस्सा विवेक का अंत और अनर्थ की शुरूआत है। क्रोध की अवस्था में मस्तिष्क का शरीर की आपातकालीन क्रियाओं पर से नियंत्रण समाप्त हो जाता है तथा शरीर में एक अजीब किस्म की उत्तेजना व्याप्त हो जाती है। यह उत्तेजना ही मनुष्य को विवेकहीन कर गलत कार्य करने के लिए विवश करती है। वैसे तो ईर्ष्या, घृणा, द्वेष […]

छरहरी काया है जीन का कमाल

कुछ लोग खूब आलू के समोसे और पिज्जा-बर्गर खाने के बावजूद मोटे नहीं होते जबकि कुछ अपने खानपान का ध्यान न रखें तो उनकी चर्बी सारी कहानी बयां कर देती है। मोटापा घटाने के लिए कुछ लोग लगातार जिम में पसीना बहाते हैं जबकि कुछ ऐसे भी होते हैं जिनकी सेहत पर जंक फूड भी […]

इन्हें आजमाएं

आमतौर पर लोग “फैट’ का नाम सुनते ही सोचते हैं, मोटापा, लेकिन हमेशा ये सही नहीं है। फैट हमारे शरीर के लिए उतना ही जरूरी है, जितना कि बाकी विटामिन और मिनरल्स। फैट युक्त डाइट भी शरीर के लिए उचित रहती है। ज्यादा देर तक टीवी देखने से न केवल हमारी नींद प्रभावित होती है, […]

कोलोरेक्टर कैंसर

कोलोरेक्टल कैंसर को कोलन कैंसर या बृहदान्त्र कैंसर भी कहलाता है। बृहदान्त्र, गुर्दा और एपेन्डिक्स में कैंसरजन्य अपवृद्घियां शामिल होती हैं। यह एक खामोश हत्यारा है, जो एक लंबे अर्से के दौरान धीरे-धीरे विकसित होता है और पाचन-तंत्र को प्रभावित करता है। कोलोरेक्टल कैंसर, कैंसर का तीसरा सबसे अधिक आम रूप है और पश्र्चिमी देशों […]

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