मुर्खा फिरे रे गीवार मुर्खा फिरे रे गिवार भजन

मुर्खा फिरे रे गीवार मुर्खा फिरे रे गिवार कायावनी है हरि रे कारणे आरठ बैहे रे उताबलो ज्हाँरी उल्टी हीमाल एक भरे दुजी खालडी ज्यु जावे रे संसार चार चारे चोरी करे बडीयाबाडी के नाय फल नहीं तोड़े रामा फुलड़ा बेलड़ी या कुमलाय सामाली हाटीया में बैठी यो बानीयों निबजे हिरा मोती लाल बैल्या देख […]

टेर नाथ में थारो जी थारो नाथ में थारो जी थारो भजन

टेर नाथ में थारो जी थारो नाथ में थारो जी थारो भुलो भुरो कुटील और कामी जो कुछ हू सो थारो भूरो भूरो मैं बहुत भूरो हूँ आकीर टावर थारो भूरों कहाकर मह रह जो सु नाम बिगड़सी थारो बिगड़ीयो तो चारों बिगड़ीयो थे ही माने सुधारो। सुधरीयो तो थारो सुधरीयो थासु नहीं में न्यारों […]

मुल कमल पर चंदन चौकी भजन

मुल कमल पर चंदन चौकी गणपत आसन धरीया आसन मार हन्डक होय बैठा साधसती वालाती रीया हरे हरिजन बीना निवन कुन तिरीया आदु पंत नीवन पत मोटा साध सती वाला तिरीयारे हरिजन बीना नवीन कुन तीरीया नमो नमो म्हारा मात पीता ने उतपुत्त पालन करीया नमों नमों इन धरती मातने जा पर बैठ सुधरीया नमों […]

याद किया आवोन आरोध्या आपरो भजन

याद किया आवोन आरोध्या आपरो बिरद सम्भाल बापजी नजर दूष्ट री टाल गवरी का नन्द खोल म्हारा बन्धन कटे हिरदे का झाल हरि हरि बानी हिरदे जानी कटे करम का झाल बापजी टेर भेरू नाथ भली करी बाबा काशीरा कोतवाल नंद गिरी की नाशी गुजरला बान्धों गुगर माल शक्ति सासे मेटियो सन्ता रो बड़ा बड़ी […]

रिम झिम बाजे गुगरा धाडो रा बाजे पोट रे भजन

रिम झिम बाजे गुगरा धाडो रा बाजे पोट रे लिले री पोटा सू धरती धुजे रे बाल पना में मिल्यापीरजी करीया बड़ा हशियार रे धाल पना में मिल्या सू धो को बागे कह गया मन री बात रे बुढापा में भरे मिल्या माथे धरीयो हाथरे हाथ धरो तो ऐसा धरजो, मति छोडो महाराज रे नौपत […]

कड़वारे निम कसायला जहाँरा करवा ही फल होय भजन

कड़वारे निम कसायला जहाँरा करवा ही फल होय गुरा राविरजी थोड़ा छलो उन्तपल्या ज्हारे पग साकल धलडोर टेर लाखारी सायल म्हारा सतगुरु सामल जोरे थो सिर जन हार सुनजो दँहितना दातार लखा पतरी सामल म्हारा सत गुरु सामल जोर लाखा जंतर छेडीयारे छेडी मोहनी राग रामां रामोहाडा मिरंगा आवीयारे जारे सिग सिमरना दाल धराजितर छेड़ीयारे […]

काछवो काछवी रहता समंद में दोनों हरि का दास भजन

काछवो काछवी रहता समंद में दोनों हरि का दास दर्शन करवा निसरी यारे धार लियो विसवास संता ने आवत जानीया रे पकड झोली में दालीया रे तडप मत का छब कुडीरे सावरारी रिवा रूडी रे भक्ति रा भैद भारी रे लके कोई संत मुरारी रे संत जन कृपा करीरे भक्ता ने लिया उठाय डेरा पर […]

नलरे सरीसा राजवी दयंवती जैसी रानी रे भजन

नलरे सरीसा राजवी दयंवती जैसी रानी रे बिको पड़ीया बन बन फिरे बीना अन्न जल पानी रे टेर सुख दुःख मन मती लावना सुख दुःख साथे रे घडीया विधनारा लिखीयोड़ा नाटले हरिचंद जैसा रे राजवी तारा जैसी रानी रे भगी घर बासो लियो भरीयो नीच घर पानी रे सीता रे जैसी भार्या रघुवर जैसा स्वामी […]

पाण्डवा रा कुल माही जेठल राजा भजन

पाण्डवा रा कुल माही जेठल राजा गढ़ हस्तिना पूर राज करे रे आप आपरी छोकीया जाओ अके बड़ वाली छोड़ी भीम फिरे रे टेर सुन लीजो सेल सक्त वाली बाता सती दोपता अवतार लियो रे पाँच पाण्डवा ने राणी लेने तीरे रे पवन देवता पवन बुआरे इन्द्र राजा छिटकाव करे जाजमा विचीजे प्रदम सिंहासन अधर […]

मन्जारी सून सून कथा कुडा वर्त कीन्हौ भजन

मन्जारी सून सून कथा कुडा वर्त कीन्हौ दीपक तेले भगावीयो मुवा पकड़ लीना टेर इसडी भक्ति ना किजीए जूग में होवेला हो सी अंत काल जमडा मारसी गल दे देरे फाँसी इसडी भक्ति ना किजीए जैसा रे लख फल गल चलीया बायकरे संगा टू करें न्यारा रम रहया हिरदे बजरंगा लखजैसी भक्ति ना किजीर उपर […]