शरद पुर्णिमा

शरद पुर्णिमा

आसोज सुदी पुर्णिमा को हम शरद पुर्णिमा मनाते हैं, रात को मतिरा व खीर चन्द्रमा जी के आगे रखते हैं रात को 12 बजे भोग लगाकर प्रसाद लेते है, चन्द्रमा जी के प्रकाश में सुई पिरोने से आँखों की ज्योति बढती हैं हम वो भी करते हैं। शरद पुर्णिमा की कहानी एक साहुकार क दो […]

दशहरा

द – दरा दिशा विजय पाकर श – शर से जीता संग ह – हनुमान लक्ष्मण संग रा – राम आए जीतकर जंग आसोज सुदी दसम के दिन हम दशहरा का त्यौहार मनाते हैं, आज के दिन प्रभु श्री राम ने रावण को मारकर विजय प्राप्त की थी, इसी खुशी में हम यह त्यौहार मनाते […]

नवरात्री

आसोज सुदी 1 को नवरात्री शुरु होती हैं, बहुत जन माताजी की स्थापना करते हैं हम वो नहीं करते हैं आसोज सुदी सातम को बहुचारजी मन्दिर नियम से जाते हैं। यहाँ पर नवरात्रि में गरबो का विशेष उत्सव होता है।शारदीय नौ राते दुर्गा देवीकी अर्चना-पूजा, युवा दिलों की उमंग से थिरकते पांव एक अनूठा आनन्द […]

श्राद्ध पक्ष

आसोज बदी एकम से आसोज की अमावस्या तक श्राद्ध पक्ष रहता है जिनके यहाँ पुनम का श्राद्ध होता है वो भादवा सुदी पुर्णिमा को ही होता है। अपने मायतो की तिथि जिस दिन की होती है उसी तिथि को उनका श्राद्ध होता है श्राद्ध पक्ष में जिस दिन अपने मायतो का श्राद्ध होता है उस […]

अनन्त चौदस

भादवा सुदी चवदस या चोथ से चवदस के बीच के दिन गाज का उद्यापन करते है। यह उद्यापन लडका होने के बाद करते है भादवा सुदी में अच्छा बार देखकर इस उद्यापन को करते है इसउद्यापन में 6 औरते+ 1 ब्राह्मणी को खाना खिलाते है एक जल के लोटे पर साखिया करते है सात दाने […]

ऋषि पंचमी

ऋषि पंचमी का त्यौहार भादवा सुदी पांचम को मनाते है, हालांकि आजकल राखी लगभग पुर्णिमा को बान्धने लग गये है, लेकिन हम लोगों का वास्तविक त्यौहार तो पांचम ही है आज के दिन भाई बहिन से राखी बन्धवाते है इसे शामा पांचम भी कहते है, इस दिन जो व्रत करते है वो शामा खाते है, […]

गणेश चतुर्थी

रिद्धी-सिद्धि गजवदन विनायक मंगल कर्ता देव दनुज के, और मनुज के नौ निधि भर्ता बिना गणेशजी के तो सारे ही काम अपूर्ण है, कितना भी मुश्किली काम हो, गणेश जी का नाम लेते ही आसान हो जाता है।स्वयं भगवान गणेश जी को बारात में नहीं लेकर गये तो उनका रथ नहीं हिला गणेश जी को […]

बछ बारस

भादवा बदी बारस को बछ बारस आती है। इस दिन बछडे वाली गाय(जो माँ बेटा एक जैसी हो) की पूजा करते है। मिसी के आटे के चार लड्डु बनाते है वो गाय को खिलाते है, पहले दिन मोठ बाजरी भीगा देते है। वो पूजा में लेकर जाते है। पूजा में कुंकुं, चावल मेहन्दी, मोली, ब्लाउझ […]

गोगा नवमी

भादवा-बदी नवमी को गोगा नवमी आती है इस दिन हम माटी से गोगाजी बनाते है, दूध में चावल व शक्कर डालकर उन्हें जिमाते है, कुमकुम, चावल, रोती, मोली से पूजा करते है पुरानी राखियां चढाते है व तुअर की दाल के दाने चढाते है।

जन्माष्टमी

द्वापर युग में श्री कृष्ण ने लिया मनुज अवतार भुमि भार उतारा, किया दुष्टो का संहार भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी को, जन्माष्टमी का त्यौहार होता है, इसी दिन श्री कृष्ण ने कंश केबढते अत्याचारों को रोकने के लिए अवतार लिया, अपने माता पिता को कंश के कारागार से मुक्त करवाया, मामा कंश का वध […]