कड़वारे निम कसायला जहाँरा करवा ही फल होय भजन

कड़वारे निम कसायला जहाँरा करवा ही फल होय
गुरा राविरजी थोड़ा छलो उन्तपल्या
ज्हारे पग साकल धलडोर
टेर लाखारी सायल म्हारा सतगुरु सामल जोरे
थो सिर जन हार सुनजो दँहितना दातार
लखा पतरी सामल म्हारा सत गुरु सामल जोर
लाखा जंतर छेडीयारे छेडी मोहनी राग
रामां रामोहाडा मिरंगा आवीयारे
जारे सिग सिमरना दाल
धराजितर छेड़ीयारे छेड़ी धतीसु राग
रागारी मोयोड़ी शिला पिगलगी रे
जाम दिया मेजरी दाल
पंत बेहें मारगा रे लक आवे लक जाय
लाखा तना संदेसा म्हारा गुराजी ने किजो जाय
आम्बोकर कर सेवीयों रे निकल गयो
बेबूल
बैठन लागो चांवडी रे चुबन लागा सूल
बीज तकोया मुमरी रे जामे आमठ
अडीया मूल
लाखाने मिलगी धर्मा ओडनी रे
कियो साधरो धूल
चंदारी बराबर तार क्युतुले दिनरी बरोबंर रात
गुरारी बराबर छैला क्यु तुले गुरारी मोटी बात
स्वर्गा री सिडीया लाका साकडी रे
कोई नर उतरे पर
रणसिजीरा छेला सैलासजी
पत खाडा री धार

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