प्रिया को किताब चाहिए थी। उसने हनुमान मंदिर के पास अपनी साइकिल खड़ी की और सामने किताब वाले की दुकान पर गई। उसने किताबें खरीद लीं। फिर साइकिल लेने वापस हनुमान मंदिर के पास गई। उसकी सहेली मिताली भी उसके साथ थी। वह मिताली से बोली, ‘‘चलो! जल्दी निकल लेते हैं। यहाँ थोड़ी देर बाद […]
गिलहरियों को हमेशा ऐसा महसूस होता है कि कोई उन्हें देख रहा है। यह बात तब उजागर होती है जब वे अपना बचा-खुचा भोजन छुपाती हैं। क्योंकि जब वे अपना भोजन छुपाती हैं तो कई बार सिर्फ छुपाने का नाटक करती हैं। ऐसा क्यों करती हैं वे? ‘‘गिलहरियाँ जब भी अपना भोजन छुपाती हैं, […]
‘बाबा, आप मेरे और भैया के बीच संपत्ति का बंटवारा अपनी ज़िंदगी में ही कर देना।’ ‘क्यों क्या हुआ?’ ‘कुछ नहीं।’ ‘फिर यह बंटवारे की बात कहां से आ गयी?’ ‘दरअसल, मैं बाद में झगड़ा नहीं चाहती।’ ‘क्यों, क्या भैया से लड़ाई हो गयी?’ ‘नहीं।’ ‘फिर क्या बात है?’ ‘बाबा, देखो न संपत्ति के बंटवारे […]
घर में घूमती छिपकलियाँ क्या कम हैं कि वैज्ञानिकों को एक नई मशीनी छिपकली बनाने की जरूरत आन पड़ी है? अमेरिका के रॉबर्ट फुल को छिपकली, गिरगिट और काकरोच पसंद हैं और मार्क कटकोस्की को खास नापसंद भी नहीं। दोनों की जिज्ञासा थी कि किस तरह ये प्राणी खड़ी दीवारों पर आसानी से चढ़ जाते […]
बिहार और उत्तर प्रदेश इस समय बाढ़ की भयंकर विभीषिका से जूझ रहे हैं। बिहार की हालत सर्वाधिक खराब है। वहाँ कोसी और गंडक ने जो तबाही मचाई है उससे बिहार का एक बहुत बड़ा हिस्सा पूरी तरह जलमग्न हो गया है। चारों तरफ पानी ही पानी। नगर, कस्बा, गाँव और ज़मीन इस जल समुद्र […]
रखरखाव के रिश्ते अधिक समय तक कायम नहीं रहते हैं, पाकिस्तान में भी यही हुआ। पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ के विरुद्ध साझा दुश्मनी पाकिस्तान की दो मुख्य राजनीतिक पार्टियों-पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुस्लिम लीग (नवाज़) को एक मंच पर रोके हुए थी, लेकिन जैसे ही मुशर्रफ से मुक्ति मिली, इन दोनों दलों के पास साथ […]
1928 देश की स्वतंत्रता के लिए जवाहरलाल नेहरू ने ‘इंडिपेंडेंस आफ इंडिया लीग’ की स्थापना की। 1981 ईरान के राष्ट्रपति मोहम्मद अली रजई और प्रधानमंत्री मोहम्मद जवाद बहोनर की तेहरान में प्रधानमंत्री कार्यालय में बम धमाके में मौत। 1983 भारतीय उपग्रह इनसेट-1बी का अमेरिकी अंतरिक्ष यान से सफल प्रक्षेपण। 1991 अजरबेजान ने सोवियत संघ से […]
परमाणु ऊर्जा करार का दो वर्ष तक संसद में और संसद के बाहर तीव्र विरोध करने पर भी समाजवादी पार्टी अचानक उसकी हिमायती बन गई। अलबत्ता उससे पहले उसने भारत सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नारायणन और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम से सलाह ले ली थी। परन्तु कई राजनीतिक टिप्पणीकार कहते हैं कि एक ओर […]
धूम्रपान का इतिहास कोई नया नहीं है। धूम्रपान वर्षों से चली आ रही (कु) परम्परा का हिस्सा है। एक जमाने में सिर्फ साधु-संन्यासी ही धूम्रपान किया करते थे, गांजे या हुक्का-चिलम के रूप में, मगर उनमें वह आत्मशक्ति थी, जिसके जरिए धूम्रपान के नकारात्मक असर का ह्रास हो जाता था, मगर दुर्भाग्यपूर्ण तो यह है […]
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (सैड) एक किस्म का डिप्रेशन है, जो हर साल एक ही समय व्यक्ति को अपना शिकार बनाता है। सैड होने पर व्यक्ति न सिर्फ डिप्रेशन के लक्षण प्रदर्शित करता है बल्कि उसे न समझ में आने वाली थकन भी महसूस होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब दिन की रौशनी में […]