दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश कनाडा की राजधानी बनने के लिए सन् 1857 में इसके कई शहरों के बीच दावेदारी थी; मांटियल, किंग्सटन, टोरंटो और क्यूबेक। लेकिन सेहरा बंधा ओटावा के सिर तो इसकी सबसे बड़ी वजह यह थी कि ओटावा ब्रितानी महारानी विक्टोरिया की पसंद था। कनाडा की राजधानी ओटावा, दक्षिण-पूर्व ओंटारियो प्रांत […]
हमारा जीवन ईश्र्वर का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ उपहार है। इस जीवन रूपी उद्यान को सुगंध से परिपूर्ण बनाने के लिए तथा स्वयं को भी संतुष्ट रखने के लिए कुछ बातें ध्यान में रखनी अति आवश्यक हैं। यदि इन बातों को हम सदैव ध्यान में रखें तो निश्र्चित रूप से हमें सही मायनों में आत्मिक शान्ति […]
एक भाई ने कहा-ध्यान करने बैठते हैं तो विचार आने लग जाते हैं। मैंने कहा-विचार हमारे विकास के द्योतक हैं। कोई बुरी बात नहीं है विचार का आना। जिन प्राणियों में विचार करने की क्षमता नहीं होती उनमें विचार नहीं आता। कीड़े-मकोड़े विचार नहीं कर सकते। गाय, भैंस, ऊँट आदि पशु विचार नहीं कर सकते […]
आम आदमी की व्यस्तताएं, भागदौड़ और थकान होने की वजह से सुबह के नाश्ते के लिए समय कहां रहता है? पर सुबह का नाश्ता शरीर को सबसे अधिक ऊर्जा प्रदान करता है। भोजन का संबंध शरीर से उतना ही गहरा है, जितना कि कार्य का ऊर्जा से। ठीक ढंग से किया गया पौष्टिक, सुबह का […]
सिर जो तेरा चकराये या दिल डूबा जाये/आजा प्यारे, पास हमारे, काहे घबराये। यह फिल्म प्यासा का गाना है, जिसे पर्दे पर जॉनी वॉकर ने गाया था। फिल्म में उनकी भूमिका सिर की तेल मालिश करने वाले की थी। जिस दौर में यह फिल्म आयी थी, उस समय हर छोटे-बड़े शहर में प्रोफेशनल तेल मालिश […]
कुछ दशकों पहले एक फिल्मी गीत बेहद लोकप्रिय हुआ था, “तेरी दो टकिए की नौकरी से मेरा लाखों का सावन जाए…।’ रोजी-रोटी कमाने के लिए हमारे यहां गांवों, कस्बों और छोटे शहरों से लोगों का बड़े शहरों की तरफ पलायन हमेशा से रहा है। यह पलायन रिश्तों पर हमेशा अपना प्रभाव भी छोड़ता रहा है। […]
जापानी इंसेफलाइटिस (दिमागी बुखार) एक गम्भीर वाइरस जनित बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलती है। जलीय पक्षियों व चिड़ियों को काटा मच्छर यदि किसी व्यक्ति को काट ले तो वह इस बीमारी की चपेट में आ जाता है। इस बीमारी से ग्रसित लोगों में 30 प्रतिशत की मौत हो जाती है […]
वर्ष में दो-चार बार हमें सर्दी-जुकाम और खांसी आदि जकड़ लेती है, हम तुरंत ही दवा लेने के लिए डॉक्टर के पास दौड़े चले जाते हैं, थोड़ा सब्र-संतोष, विचार नहीं करते कि प्रकृति हमारे शरीर के अन्दर उत्पन्न विजातीय पदार्थों (दूषित पदार्थ, जो स्वेद, कफ के रूप में इकट्ठा हो गया है) को निकालने के […]
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (सैड) एक किस्म का डिप्रेशन है, जो हर साल एक ही समय व्यक्ति को अपना शिकार बनाता है। सैड होने पर व्यक्ति न सिर्फ डिप्रेशन के लक्षण प्रदर्शित करता है बल्कि उसे न समझ में आने वाली थकन भी महसूस होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब दिन की रौशनी में […]
साल में छः माह से अधिक समय तक बर्फ की सफेद चादर से ढकी रहने वाली हिमाचल की स्पीति घाटी को “गोम्पाओं की धरती’ भी कहा जाता है। इस घाटी के उत्तर में लद्दाख, पश्र्चिम में चम्बा और पूर्व में तिब्बत पड़ता है। हिमश्र्वेतिमा और यहां के अजीबो-गरीब रीति-रिवाजों के लिए यह घाटी काफी मशहूर […]