अस्पतालों में घातक हो सकते हैं सेलफोन

अस्पतालों में घातक हो सकते हैं सेलफोन

कई देशों के अस्पतालों में सेलफोन के इस्तेमाल पर रोक लगी हुई है, मगर कई डॉक्टर सेलफोन का उपयोग ऑपरेशन थिएटर तक में करते हैं, जो बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है। सेलफोन से निकलने वाले संकेत संवेदी मेडिकल उपकरणों के लिए भी नुकसानदायक होते हैं। ताजा शोध का तकाजा है कि अस्पतालों में […]

पशुपतिनाथ धाम की महिमा

पशुपतिनाथ धाम की महिमा

नेपाल अति प्राचीन काल से धार्मिक महिमा और सांस्कृतिक गरिमा से सुसम्पन्न रहा है। नेपाल की राजधानी “काष्ठ मंडप’ (एक ही काष्ठ से बना हुआ विशाल नक्काशीदार मंडप) कालांतर में काठमांडू हो गया। काठमांडू महाराजगंज जनपद के सुनौली से बस द्वारा पहुँचा जा सकता है। सुनौली से आगे 25 कि.मी. बुटवल से काठमांडू के लिए […]

रेस्टलेस लेग सिंडोम अर्थात् बिस्तर में बेचैनी!

रेस्टलेस लेग सिंडोम अर्थात् बिस्तर में बेचैनी!

रेस्टलैस सिंडोम (आरएलएस) से पीड़ित लोग इस डिसऑर्डर के कारण, न पसंद आने वाला सेन्सेशन अपनी टांगों में चढ़ता हुआ महसूस करते हैं। यह सेन्सेशन अक्सर बढ़ता ही जाता है, जब तक कि बर्दाश्त के बाहर न हो जाये और आखिरकार व्यक्ति को उठकर छोटी वॉक पर जाने की जरूरत पड़ती है। बेचैन करने वाला […]

शराब, मादक पदार्थ और सेक्स हो सकते हैं घातक

आधुनिक परिवेश में किशोर ही नहीं बल्कि कम उम्र बच्चे भी शराब, डग्स तथा सेक्स इत्यादि से वाकिफ़ हो जाते हैं। बात केवल वाकिफ़ होने तक ही सीमित नहीं रहती बल्कि प्रायोगिक स्तर पर भी पहुँच सकती है। यह स्थिति घातक होती है। देखा जाये तो मात्र बच्चे या किशोर ही क्यों, यह बात तो […]

रामेश्वर

रामेश्र्वरम स्थित रामनाथ स्वामी मंदिर भारत के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक यह मंदिर तीर्थयात्रा का विशेष स्थान माना जाता है। बनारस स्थित मंदिर की तरह यह भी पवित्र स्थलों में गिना जाता है। यह मंदिर रामायण और भगवान राम की विजय से भी जुड़ा है। […]

काली खांसी – कारण व लक्षण

काली खांसी – कारण व लक्षण

काली खांसी के रोगी द्वारा छींकने व खांसने से थूक की अत्यंत बारीक बूंदें हवा में फैल जाती हैं, ये बूंदें जीवाणुओं को फैलाने का काम करती हैं। इस रोग का व्यक्ति जब तक ठीक न हो जाये, संक्रामित ही रहता है और दूसरों को भी संक्रामित करता है। संक्रामित होने पर स्वस्थ व्यक्ति 15 […]

हॅंसी

हॅंसना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिससे शरीर में सकारात्मक रासायनिक परिवर्तन होते हैं। स्वच्छ और निर्मल हॅंसी का स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ता है। एक वयस्क दिनभर में दस बार भी नहीं हॅंसता, जबकि एक मासूम दिन में कम से कम चार सौ दफा मुस्कुराता है, हॅंसता है, खिलखिलाता है। सामाजिक जटिलताएँ इतनी बढ़ गई […]

हाईब्लड प्रेशर

भारत में हर नौवॉं व्यक्ति उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। उच्च रक्तचाप के बड़े पैमाने पर मौजूद होने के बावजूद ज्यादातर लोग इसकी उपस्थिति से अनजान हैं, क्योंकि आरंभिक चरण में इसके कोई लक्षण स्पष्ट दिखाई नहीं देते हैं। उच्च रक्तचाप का जोखिम अनुसंधान से पता चलता है कि जिन लोगों को उच्च रक्तचाप है, […]

रेकी के जनक : डॉ. मिकाओ उसुई

रेकी जापानी शब्द है। इसका मतलब है ब्रह्मांड की ऊर्जा। दो हजार साल पहले यीशु इसी तरह की किसी ऊर्जा से लोगों को रोगमुक्त करते थे। लोग कहते थे कि उनके हाथों में कोई दैवीय शक्ति है या कोई शफा है। बहुत बाद में मिकाओ उसुई ने ऐसी ही एक दैवीय शक्ति को खोजा। मिकाओ […]

कॉफी की लत

कॉफी की लत

महानगरों के तकरीबन हर कोने में कॉफी हाउस मिल जायेंगे। इससे इसकी बिक्री व लोकप्रियता का अंदाजा हो जाता है। कॉफी पॉट दफ्तरों का भी अटूट हिस्सा बन गया है। …और क्यों न बने? हर सुबह कार्यस्थल पर कर्मचारियों को अतिरिक्त ऊर्जा चाहिए होती है, जो एक या दो कप कॉफी से मिल जाती है। […]