विघ्न हरण गवरा के नन्दन, रखो लाज मोरी गणपति दास तुम्हारा अर्ज करते है, सुन मालिक कैलाश पती ॥ टेर ॥ रामचंद्र सीता को परणे, लक्ष्मण रहगये बालजती तीन लोक से वो है न्यारे, रावण मारयो लँकपती॥ महादेव पारबता परणे, तीन लोक में वो शक्ति महादेव के सँग में रहकर, करे प्रेम से वो भक्ति॥ […]
मनाया म्हारे आवाजो जी, गारी रा लाल गणेश गौरी रा लाल गणेश, अम्बिया रा लाल गणेश मनाया आवजो जी, बुलाया म्हारे आवजो जी गौरी रा लाल गणेश ॥ टेर ॥ रणत भुवन थारे बैठनो जी, रिद्धी सिद्धि रा दातार। माता थारी पार्वती जी, पिता है शम्भू महेश॥ घृत सिंदूर थारे अँग चढे जी गल पुष्पन […]
विवाह एक ऐसा प्यारा-सा बंधन है जिसे सामाजिक नियमों और मान्यताओं के अनुरूप जोड़ा जाता है। इसके अनुसार पति-पत्नी अपने-अपने कर्त्तव्यों का पालन करते हुए तथा परस्पर प्रेम का आदान-प्रदान करते हुए दाम्पत्य जीकन का निर्काह करते हैं। स्पष्ट है कि ऐसे में समाज के अनुसार अमुक पुरुष और अमुक स्त्री परस्पर यौन-संबंध स्थापित करने […]