यह जुमला सुबह अक्सर घरों में सुनाई दे जाएगा। आज बच्चे ने फिर से बिस्तर गीला कर दिया। सुबह ही नहीं, कभी-कभी तो आधी रात के बाद बच्चे को जगाकर उल्टा-सीधा कहा जाता है। जैसे- अब काफी बड़े हो गए हों, शर्म भी नहीं आती। ये ऐसे नहीं मानेगा इसका बिस्तर ही जमीन पर या […]
13 साल की तान्या ने ठान लिया था कि आज वह मम्मी के साथ रात का खाना खाने के बाद रात में 11 बजे घूमने जाएगी। उसकी क्लास में पढ़ने वाली एक दोस्त ने उसे बताया था कि जब वह अपनी मम्मी-पापा के साथ देर रात में घूमने जाती है तो उसे बहुत अच्छा लगता […]
आज घर-घर में यह देखने को मिल रहा है कि एक छोटे बच्चे के हाथ में टी.वी. का रिमोट पकड़ा दिया जाता है। बच्चा टी.वी. सीन पर छोटी से लेकर बड़ी-बड़ी बातें देखने और सुनने का अभ्यस्त हो जाता है। यह स्थिति नगरों और महानगरों में कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही है। शुरू […]
दोस्तों, यह दो बूंद जिंदगी के विज्ञापन तो हम सबको अच्छे लगते हैं, लेकिन अधिकांशतः आम लोगों को समझ में यह नहीं आता कि यह पोलियो है क्या? तो चलिए, आज इसे ही जानते हैं-पोलियो, नफेंटाइल पैरालिसिस या एक्यूट एंटीरियर पोलियोमाइलिटिस का दूसरा नाम है। यह महामारी में होता है लेकिन हर समय मौजूद रहता […]
भारतीय समाज में भी ज्यों-ज्यों विवाह-विच्छेद की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, त्यों-त्यों ऐसे हतभाग्य बच्चों की संख्या भी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है, जो या तो मां के या बाप के या दोनों के वात्सल्य एवं लाड़-प्यार से वंचित रह जाते हैं और इस कारण अकथनीय मानसिक व्यथा के शिकार हो जाते हैं। हर […]
घर में अगर मम्मियों को सास-बहू का सीरियल बेहद पसंद है, तो वहीं नन्हें-मुन्हें बच्चों को फैंटेसी कैरेक्टरों की दुनिया बहुत रास आ रही है। स्कूल से आते ही बच्चे झटपट बैग को इधर-उधर रख “बाब द बिल्डर’, “स्कूबी डू’, “पोकेमान’, “शिनचेन’, “टॉम एंड जैरी’, “डोरेमॉन’ जैसे न जाने कौन-कौन से एनीमेशन और कार्टून के […]
स्कूल जाने वाले बच्चों को होमवर्क या गृहकार्य दिया जाना चाहिए या नहीं? यह बहस पुरानी है और पक्ष व विपक्ष में खूब दलीलें दी जाती रही हैं और दी जाती रहेंगी। लेकिन खबर ये है कि ब्रिटेन के छात्रों को जल्द ही होमवर्क के बोझ से छुटकारा मिल जाएगा। नॉटिंघम ईस्ट अकेडमी ने तय […]
बि स्तर गीला करने का को तब तक समस्या न समझें, जब तक कि आपका बच्चा कम से कम 5 साल का न हो जाए। ज्यादातर बच्चों, खासकर लड़कों में यह धारणा काफी धीमी गति से बनती है कि उन्हें रात को उठकर टॉयलेट का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि […]
बच्चों का जन्म गर्भाधान के समय से ही माना जाता है। वह जन्म के बाद स्वतंत्र होता है, पर गर्भाधान से जन्म तक वह परतंत्र होता है। वह पूर्णरूप से माता पर ही निर्भर करता है। मां का आहार-विहार उस पर निश्र्चित रूप से प्रभाव डालता है। अगर मां का आहार ठीक नहीं है तो […]
इंसान ने हर युग में किसी न किसी चीज का नशा किया है और अब लेटेस्ट नशा है वीडियो गेम्स का। …क्या कहा आपने? वीडियो गेम्स का नशा, नशा नहीं होता? हॉं, खेलने वाले तो यही कहते हैं कि हमें कोई नशा-वशा नहीं है, हम जब चाहें “ब्रेक’ लगा सकते हैं। लेकिन सच मानिए, ऐसा […]