बछ बारस

भादवा बदी बारस को बछ बारस आती है। इस दिन बछडे वाली गाय(जो माँ बेटा एक जैसी हो) की पूजा करते है। मिसी के आटे के चार लड्डु बनाते है वो गाय को खिलाते है, पहले दिन मोठ बाजरी भीगा देते है। वो पूजा में लेकर जाते है। पूजा में कुंकुं, चावल मेहन्दी, मोली, ब्लाउझ […]

गोगा नवमी

भादवा-बदी नवमी को गोगा नवमी आती है इस दिन हम माटी से गोगाजी बनाते है, दूध में चावल व शक्कर डालकर उन्हें जिमाते है, कुमकुम, चावल, रोती, मोली से पूजा करते है पुरानी राखियां चढाते है व तुअर की दाल के दाने चढाते है।

जन्माष्टमी

द्वापर युग में श्री कृष्ण ने लिया मनुज अवतार भुमि भार उतारा, किया दुष्टो का संहार भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी को, जन्माष्टमी का त्यौहार होता है, इसी दिन श्री कृष्ण ने कंश केबढते अत्याचारों को रोकने के लिए अवतार लिया, अपने माता पिता को कंश के कारागार से मुक्त करवाया, मामा कंश का वध […]

भादवा की चौथ

भादवा बदी चोथ को भादवा की चोथ आती है। लगभग तीज चोथ का व्रत साथ मे ही आता है कई बार अलग÷लग भी आताहै। भादवा की चोथ चार बडी चोथ में से एक है। इसकीपूजा कहानी, अरग जैसा वैशाख की चोथ का होता है, बिल्कुल वैसा ही होता है। उद्यापन भी बिल्कुल वैसा ही होता […]

बडी तीज

बडी तीज का त्यौहार सुहाग का प्रतीक है। दूज के दिन तीज का सीन्जारा करते है, सुबह माथा धोते है, अच्छी रसोई बनाते, एक ही शहर में बहन बेटियां होती है तो खाना खाने बुलाते है। अन्यथा मीठाई भेजते है। आधी रात को अधरातिया करते है। अधरातिये का मतलब है आधी रात को कुछ खाने […]

श्रावणी पुर्णिमा (रक्षाबंधन)

श्रावण सुदी पुर्णिमा को श्रावणी पुर्णिमा आती है, इसमें सबसे पहले जनेऊ पुजन होता है, जो-जो आदमी जनेऊ धारण करते है वो सुबह न्हा धो कर पूजा करने जाते है। पुजा की सामग्री का पन्ना पण्डितजी देतेहै उस हिसाब से तैयारी कर देते है+ पंचाममृत बना देते है। पिला पिताम्बर पहनकर पूजा में जाते है […]

छोटी तीज

श्रावण सुदी तीज को छोटी तीज होती है, इसके पहले दिन यानी दूज के दिन सिन्जारा करते है, मीठाई बनाते है, अच्छी रसोई बनाकर सभी को खाना खिलाते है। बेन बेटियों के घर सिन्जारा की मीठाई भेजते है। रात को मेहन्दी लगाते है। माथा धोते है। सासुजी को पगे लागनी देतीहै। तीज के दिन अच्छी […]

नाग पंचमी

श्रावण महिने की बदी पंचमी को नाग पंचमी मनाते है। कच्चे दूध व भीगे हुए मोठ से नाग देवता की पूजा की जाती है। मोठ-चौथ के दिन भिगो देने के। पूजा की सामग्री- जल, कच्चा दूध, भीगे हुवे मोठ, कुंकु, चावल, मोली, फूल दक्षिणा। सांप मांडने की विधि – भीतं पर सात सांप मान्डते है […]

वैशाख की चौथ

वैशाख वदी चोथ को वैशाखी चोथ आती है, जो चारबडी चोथ में से एक होती है।इस दिन सभी सुहागन औरते वृत रखतीहैं रात को चन्द्रमाजी को अरग देकर खाना खाती हैं,इस दिन अच्छी रसाई बनाते हैं शाम को चौथ विनायक जी कीपूजा करते है, कहानी कहतेहैं। पूजा में पाटे पर चोथ विनायक जी माड लेते […]

आखा तीज

चैत्र वदी तीज को अक्षय तृतिया आती है। वैसे तो अक्षय तृतिया यानि आखा तीज को खीचडा व आमली का भोजन बनना अनिवार्य है, तवा भी नहीं चढता है, लेकिन हम लोग ओख होने की वजह से दूज व तीज को खीचडा नहीं बनाते है। इस दिन दान पुण्य का बहुत महत्व है व कोरी […]