दुनिया का सबसे छोटा देश

दोस्तों, हर देश का क्षेत्रफल अलग-अलग होता है। इसलिए कोई देश छोटा होता है और कोई बड़ा। लेकिन इनमें एक देश ऐसा भी है, जो संसार में सबसे छोटा देश कहलाता है।

जब हम देश कहते हैं, तो उससे हमारी मुराद होती है, एक स्वतंत्र राज्य, जिसकी निश्र्चित भूमि हो और अपनी सरकार हो। इस लिहा़ज से देखा जाए, तो वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे छोटा देश है। यह इटली के शहर रोम के बीच में है और इसका कुल क्षेत्रफल सिर्फ 0.17 वर्गमील है। यहां कैथोलिक चर्च की सरकार है।

इसके शासक पोप होते हैं, जो सिविल गवर्नर के ़जरिए शासन करते हैं। वेटिकन सिटी का अपना झंडा, पोस्ट ऑफिस, रेलवे स्टेशन और मुद्रा है। इसमें टेलीफोन सिस्टम और रेडियो ब्रॉडकास्ंिटग स्टेशन भी है। दुनिया भर के कैथोलिक जो चंदा देते हैं, उससे इसका खर्च चलता है।

वेटिकन सिटी के अंदर भव्य वेटिकन पैलेस है, जो कि पोप का निवास स्थान है। यहॉं गार्डेंस हैं, बड़ी सेंट पीटर्स बैसिलिका (चर्च) है। महल में आर्ट म्युजियम और लाइब्रेरियां हैं। वेटिकन पुस्तकालय संसार के सबसे महान पुस्तकालयों में से एक है। अन्य देशों से वेटिकन सिटी के राजनयिक सम्बंध हैं और बहुत से राष्टों के प्रतिनिधि भी वहां हैं।

वेटिकन सिटी का विकास तब हुआ, जब चर्च के शासन के दौरान विभिन्न पोपों ने केन्द्रीय इटली के बड़े भू-भाग पर कब्जा कर लिया था। इस भू-भाग को पेपल स्टेट्स कहा जाता था और 1859 में इसका क्षेत्रफल 16000 वर्गमील था। 1870 में रोम को इटली की राजधानी बनाया गया। पोप की आपत्ति के बावजूद पेपल स्टेट्स को इटली का हिस्सा बना दिया गया। लेकिन 1929 में पोप और इतालवी सरकार के बीच समझौता हुआ और वेटिकन सिटी एक स्वतंत्र देश के रूप में स्थापित हुई।

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