स्मोकिंग से भी खतरनाक है डिप्रेशन

डायबिटीज से डिप्रेशन हो सकता है और डिप्रेशन से डायबिटीज। इसलिए जो लोग डिप्रेशन का शिकार हैं, उन्हें अन्य लोगों की तुलना में डायबिटीज का खतरा अधिक है। लेकिन डायबिटीज का अर्थ यह नहीं है कि आप अपने आपको बिन स्वाद व नीरस फूड्स तक सीमित रखें। अब आप इस तरह जायकेदार फूड्स तैयार करके खा सकते हैं, जो आपकी डायबिटीज को प्रभावित न करें, बल्कि उसे नियंत्रित करने में मदद करें।

शोधकर्ताओं ने हाल ही में खोजा है कि डिप्रेशन और टाइप-2 डायबिटीज के बीच गहरा रिश्ता है। हालांकि अब तक यही माना जाता था कि मोटापे और आलसभरी जीवन-शैली की वजह से ही टाइप-2 डायबिटीज होती है। लेकिन अब यह बात सामने आयी है कि न सिर्फ डायबिटीज से डिप्रेशन होता है, जैसा कि पहले से ही सबको मालूम है, बल्कि डिप्रेशन की वजह से भी डायबिटीज हो सकती है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि जिन लोगों में डिप्रेशन के लक्षण होते हैं, उनमें डायबिटीज होने का खतरा 42 प्रतिशत अधिक होता है, उन लोगों की तुलना में जिनमें डिप्रेशन के लक्षण नहीं होते। यह शोध जान हापकिंस स्कूल ऑफ मेडिसिन, बाल्टीमोर में किया गया और इसका नेतृत्व डॉ. शेरिटा हिलगोल्डन ने किया। उन्होंने यह भी पाया कि डिप्रेशन के जितने गंभीर लक्षण होंगे, उतना ही अधिक खतरा डायबिटीज का होगा। अगर मोटापे, कसरत न करना और स्मोकिंग से भी तुलना की जाए, तो डिप्रेशन के रोगियों को डायबिटीज का 34 प्रतिशत अधिक खतरा होता है।

गौरतलब है कि डिप्रेशन की वजह से स्टैस हारमोन जैसे कार्टिसोल का स्तर भी बढ़ जाता है। डायबिटीज एक ऐसा रोग है, जिसमें शुगर का स्तर रक्त में बढ़ जाता है। टाइप-2 डायबिटीज में जिस्म हारमोन इंसुलिन के प्रभावों का प्रतिरोध करने लगता है या शरीर इतना कम इंसुलिन बनाता है कि वह ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखने के लिए पर्याप्त नहीं होता।

खाएं बेफिक्र होकर…

बहरहाल, अगर आप डायबिटिक हैं, तो आप नियमित ब्लड शुगर स्तर नापने से थक गये होंगे और साथ ही इस बात से भी कि यह खायें और यह न खायें, और आपको यह काम करना है और यह नहीं करना। लेकिन यहां हम डायबेटिक लोगों को कुछ राहत देने वाली बातें बताना चाहते हैं। नीता मेहता की एक नयी कुक बुक आयी है, जिसमें पूरी तरह से नये व स्वादिष्ट व्यंजन हैं सिर्फ उन लोगों के लिए जो डायबिटीज से पीड़ित हैं।

ध्यान रहे कि नीता मेहता ने अब तक 300 से अधिक किताबें लिखी हैं जिनमें 250 बेस्ट सेलिंग कुकरी बुक्स हैं। उनकी पुस्तक “फ्लेवर ऑफ इंडियन कुकिंग’ को पेरिस के वर्ल्ड कुक बुक फेयर में बेस्ट एशियन कुक बुक अवार्ड मिला था। उनकी ता़जा पुस्तक है “नीता मेहता”स डायबिटीज कुक बुक’।

डायबिटीज जीवन-शैली से संबंधित रोग है। चिंताजनक रफ्तार से डायबिटीज से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन इस रोग का सामना करने के लिए यह आवश्यक है कि यह समझ लिया जाए कि इसमें कुछ डरावना या कमतर करने वाला नहीं है। जीवन-शैली में कुछ एडजस्टमेंट करके इस रोग को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है और इसे रोजमर्रा के जीवन में हस्तक्षेप करने से भी रोका जा सकता है। इसी संदर्भ में इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता कि अगर ऐसे व्यंजन तैयार किए जाएं, जो स्वादिष्ट भी हों और जिनसे रक्त में शुगर की मात्रा भी न बढ़े, तो डायबेटिक लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जायेगी। फिर हलवाई के रसगुल्ले को देखकर उनके मुंह में पानी नहीं आयेगा।

– डॉ. भारत भूषण

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