ऊर्जा कुशलता से नहीं रुकेगी ग्लोबल वार्मिंग

प्रसिद्ध आर्थिक सलाहकार कंपनी मैकेंजी ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए ऊर्जा कुशलता में सुधार करने पर जोर दिया है। आर्थिक विकास की प्रिाया में ऊर्जा का अधिकाधिक प्रयोग होता है, जैसे-स्टील के निर्माण में लोहा गलाने के लिए ऊर्जा के प्रमुख स्रोत कोयला एवं तेल हैं। इन पदार्थों को जलाने से कार्बन […]

परिवर्तन की दस्तक “प्रजा राज्यम’

जन आकांक्षाओं का उमड़ता सैलाब आंध्रप्रदेश के लोगों ने मेगास्टार चिरंजीवी की तिरुपति देवस्थानम की जनसभा के पहले कभी देखा था या नहीं, यह तो कहना मुश्किल है, लेकिन यह तो निश्र्चित रूप से कहा जा सकता है कि अगर देखा भी होगा तो सिर्फ एन.टी. रामाराव की उस जनसभा में ही देखा होगा जिसमें […]

कुर्सी की महिमा

इस कुर्सीप्रधान देश में राजनीति करना या कराना बहुत कठिन श्रमसाध्य काम है। जहॉं कुर्सी है वहॉं पर राजनीति है और जहॉं पर राजनीति है वहॉं पर कुर्सी का होना नितान्त आवश्यक है। चारों तरफ कुर्सियां हैं और राजनीति के दलदल में कुर्सी रूपी कमल खिल रहा है। कुर्सी कीचड़ में फंसी पड़ी है और […]

चुनाव से चुनाव तक की राजनीति

यदि आपने लोकसभा में हुई विश्र्वास-प्रस्ताव की बहस को देखा (सुनने का तो मौका ही कहॉं दिया था हमारे सांसदों ने!) है, तो शायद कांग्रेस के युवराज सांसद राहुल गांधी को भी एक अच्छा-सा भाषण करते देखा होगा। जिन कुछ सांसदों को श्रोता ढंग से सुन पाये, संयोग से उनमें राहुल गांधी भी एक हैं। […]

सू की की रिहाई का सवाल

हाल के दिनों में पड़ोसी देशों-नेपाल, पाकिस्तान और भूटान में लोकतंत्र का सूर्योदय होना हमारे लिए सुखद अनुभूति थी। अन्य पड़ोसी देशों-चीन, बांग्लादेश, मालदीव और म्यांमार में लोकतंत्र का सूर्योदय कब होगा? यह विचारणीय प्रश्न काफी महत्वपूर्ण है। खासकर म्यांमार में जिस तरह से सैनिक सरकार हिंसा के सहारे लोकतंत्र बहाली आंदोलन को कुचल रही […]

सोम दादा को जन्मदिन का तोहफा

लोकसभाध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उनकी पार्टी माकपा उनके अस्सीवें जन्मदिन पर इतना नायाब तोहफा उनके हु़जूर में पेश करेगी। लेकिन हुआ ऐसा ही है। 25 जुलाई को उनका जन्मदिन था और इसके ठीक दो दिन पहले यानी कि 23 जुलाई को महासचिव प्रकाश करात की उपस्थिति में माकपा से […]

शिनजिनी की हालत का जिम्मेदार कौन?

टीवी पर आजकल रियलिटी शो़ज की भरमार है, इनमें बहुत से कार्यक्रम बच्चों की प्रतिभा को निखारने के नाम पर आयोजित होते हैं। छोटे बच्चों के गायन व डांस के अनेक कार्याम टीवी के विभिन्न चैनलों पर देखने को मिलते हैं। ऐसे कार्यक्रमों में कई राउण्ड होते हैं व कुछ जजों की एक टीम होती […]

सत्य की राह

धर्म सत्य पर आधारित है। “धर्मः सः न यत्र सत्यम् नास्ति’। जहॉं सच्चाई नहीं है, वहॉं धर्म नहीं है। शास्त्रों में कहा गया है कि जो धर्म में प्रतिष्ठित हैं, वे सर्वज्ञ बन जाते हैं। सब कुछ उनको मालूम हो जाता है। उन्हें पढ़ने, लिखने, सीखने की जरूरत नहीं पड़ती। सत्य में प्रतिष्ठित होना सबके […]

होमवर्क

चिंतन खिड़की पर हाथ धरे चुपचाप व गुमसुम-सा बैठा है। किचन से मम्मी के काम करने की आवाजें आ रही हैं। सामने स्कूल-बैग पड़ा है। उसने उदास होकर बाहर की ओर देखा। पड़ोस के छोटे-छोटे बच्चे खेल रहे हैं। कितनी बेफिाी है, उनके चेहरों पर। चिंतन सोच में पड़ जाता है कि ये बच्चे “होमवर्क’ […]

अनकहीद

रिक्शे की प्रतीक्षा करती हुई उसे प्रियंवदा आंटी खड़ी दिखाई दीं। उसने प्रणाम किया और अपने आने का कारण बता कर पूछा, “”आंटी, आशा कैसी है, अब तो उसने बी.ए. कर लिया होगा।” “”नहीं धरम, इसी वर्ष उसने इंटरमीडिएट पास किया है। तुम्हें बहुत याद करती है। चलो, उससे मिलकर चले जाना।” “”आज नहीं आंटी, […]