भानुमती का पिटारा

  • Homemade Remediesछांछ बनाते समय उसमें दो चम्मच पिसी हुई इलाईची और धनिया मिलायें। इससे आंत्रिक ज्वर नहीं होता है।
  • दीवार पर लगी गंदगी को मिटाने के लिए उस पर डियोडोरेन्ट स्प्रे करें, आसानी से साफ हो जाएगी।
  • भोजन के बाद सौंफ और सुपारी खाने से मुँह की बदबू चली जाती है।
  • गर्मी के मौसम में त्वचा पर अलाइयॉं हों तो उस पर बर्फ और गार्नीयर की थोड़ी-सी क्रीम लगायें। आराम मिलेगा।
  • नींबू के रस से सिर में मालिश करने से बालों का पकना-गिरना दूर हो जाता है। नींबू के रस में पिसा हुआ सूखा आँवला मिलाकर सफेद बालों पर लेप करने से बाल काले होते हैं। इससे बालों के अन्य रोग भी ठीक होते हैं
  • बाल सफेद हो गये हों या झड़ते ज्यादा हों, तो नित्य तिल खाने से बाल लम्बे-मुलायम व काले हो जायेंगे।
  • तुरई के टुकड़ों को छाया में सुखा कर कूट कर इनमें नारियल का तेल इतना डालें कि वे तेल में डूबे रहें। इस प्रकार चार दिन तेल में भिगायें, फिर उबालें और छान कर बोतल में भर लें। इस तेल की सिर में मालिश करने से बाल काले होंगे।
  • घी खायें और बालों की जड़ों में मालिश करें, बाल काले होंगे।
  • जलने पर तुरन्त ऐलोवेरा की ताजी पत्ती का जैल लगायें। छाला भी नहीं पड़ेगा व जलन भी नहीं होगी।
  • त्वचा पर ऐलोवेरा (ग्वारपाठा) की ताजी पत्ती का जैल मसाज करते हुए लगायें, त्वचा स्निग्ध-कोमल व चमकदार हो जायेगी, झुर्रियॉं भी नहीं पड़ेंगी।
  • चमेली के फूल की पत्तियों को पानी में उबाल कर रख लें, दिन में तीन-चार बार इससे कुल्ला करें। दो दिन में ही मुँह के छाले ठीक हो जाते हैं।
  • चेहरे पर फलों का रस व सब्जियों का गूदा या रस लगाने से अतिरिक्त निखार आता है।
  • अगर बिरयानी खाने के बाद सौंफ में अजवायन मिलाकर खा लें तो पेट भारी नहीं होगा।
  • दही में अंडा फेंटकर बालों में लगाएँ, इसके प्रयोग से बालों में रूसी की समस्या का समाधान होता है।
  • दही और दूध को समान मात्रा में लेकर समस्त शरीर की मसाज करें। इसके प्रयोग से त्वचा कोमल और मुलायम हो जाएगी।
  • शुष्क त्वचा हो तो दही में टमाटर का रस मिलाकर लगाएँ, लाभ होगा।
  • अदरक का रस और शहद समान मात्रा में लेकर चाटने से श्वास कष्ट दूर होता है और हिचकियॉं बंद हो जाती हैं।
  • संतरे के छिलके के चूर्ण में दो चम्मच शहद मिलाकर तैयार उबटन को त्वचा पर मलें। इससे त्वचा निखर उठती है और कांतिवान बनती है।
  • एक गिलास दूध में शहद घोलकर रात को पीने से दुबलापन दूर होकर शरीर सुडौल, पुष्ट व बलशाली बनता है।
  • प्याज का रस और शहद समान मात्रा में मिलाकर चाटने से कफ निकल जाता है तथा इससे आंतों में जमा विजातीय द्रव्य दूर होकर कीड़े भी नष्ट होते हैं।
  • रसोई के पत्थर पर अगर नींबू के दाग पड़ गये हों तो उस पर अदरक का टुकड़ा रगड़ने से दाग गायब हो जाएगा।
  • खाने के टेबल पर कांच के ग्लास में पानी डालकर उसमें 2-3 पुदिना की डंडियॉं पत्तों सहित डुबो कर रखने से मक्खियों से छुटकारा मिलता है।
  • नमक के डिब्बे का ढक्कन खुला न छोड़ें, क्योंकि नमक में से आयोडिन तत्व हवा में घुल जाता है, जिसकी कमी के कारण थायरॉयड नामक बिमारी होती है।
  • अजवायन का फूल 1 तोला, देसी कपूर 1 तोला, पुदीने का फूल 1 तोला- तीनों को मिला कर धूप में रख दें जिससे वे पिघलकर पानी जैसे हो जाएँगे। इसे बाटल में भर कर रख लें। चक्कर आने पर, जी मिचलाने पर, घबराहट होने पर- 4 चम्मच पानी में 3-4 बूंद इस अर्क की डाल कर पीने से तुरन्त आराम मिलता है।
  • दस्त लगने पर आरती कपूर की 1 टिकिया पानी के साथ देने से तुरन्त आराम मिलता है। बच्चों को 1 टिकिया व बड़ों को 2 देनी चाहिए।
  • 50 ग्राम देशी चने रात को भिगोकर सुबह खूब चबा-चबाकर खाने से कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ने व दिल का दौरा पड़ने की संभावना कम हो जाती है। यह हृदय को मजबूत करता है।
  • 4-5 लौंग एक प्याला पानी में उबालकर पीने से सर्दी-जुकाम में लाभकारी होता है।
  • नया जूता पहनने से घाव हो जाए या छाला पक गया हो, तो किसी पुराने जूते के चमड़े का टुकड़ा आग में जलाकर तेल में मिलाकर लगाने से घाव ठीक होता है।
  • आँवले का चूर्ण और पिसा हुआ काला नमक एक चम्मच पानी के साथ लेने से दस्त तुरंत बंद हो जाते हैं।

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