आप शॉपिंग करने बाज़ार गए और अचानक पैसे खत्म हो गए। ठीक उसी समय आपकी नज़र किसी ऐसी चीज़ पर पड़ती है, जिसे आप बहुत दिनों से तलाश रहे थे। अब आप क्या करेंगे? आप अपने मन को समझा लेंगे कि कोई बात नहीं, फिर कभी जब पास में पैसा होगा, तो खरीदारी की जाएगी…। मगर ऐसा भी संभव है कि फिर जब आप पैसे लेकर आयें, तो आपका पसंदीदा सामान दुकान से किसी ने खरीद लिया हो। ऐसे ही समय में काम आता है – क्रेडिट कार्ड। विज्ञापन वालों ने क्रेडिट कार्ड को स्वतंत्रता की चाबी के रूप में पेश किया है। क्या आपको पता है कि आज आम लोगों तक पहुंच बनाने में सफलता हासिल करने वाले क्रेडिट कार्ड की शुरूआत कब हुई थी? जी हां, 1951 में सबसे पहला क्रेडिट कार्ड बाज़ार में उतारा गया। मगर इसी वर्ष को आप क्रेडिट कार्ड की शुरूआत मानने की भूल न करें, क्योंकि आस्ट्रिया, बेबीलोन और मिस्र में आज से 3000 वर्ष पहले ही क्रेडिट कार्ड नामक चीज़ खरीदारी के लिए प्रयोग में आ चुकी थी। उल्लेखनीय है कि विदेशी मुद्रा के विनिमय के लिए पहला बिल ऑफ एक्सचेंज 14वीं सदी में प्रकाश में आया। वहीं, क्रेडिट के लिए एक-तिहाई कैश पर दो-तिहाई बिल ऑफ एक्सचेंज को मान्यता दी जाती थी। पेपर मनी का कॉन्सेप्ट तो 17वीं सदी की चीज़ है। किसी क्रेडिट के लिए विज्ञापन का पहला प्रयोग 1730 में क्रिस्टोफर थोर्नटन ने किया। इनसे खरीदे गए फर्नीचरों का मूल्य एक हफ्ते के अंदर चुकाया जा सकता था।
18वीं सदी से लेकर 20 वीं सदी की शुरुआत तक कपड़े के व्यापारियों में हफ्तेवार पेमेंट की रीति चलती रही। ये व्यापारी टैलीमैन कहे जाते थे, क्योंकि वह अपने खरीदारों के खरीद का रिकॉर्ड एक लकड़ी के पट्टे पर नोट कर लिया करते थे। इसकी एक तरफ खरीद तो दूसरी तरफ पेमेंट का ब्योरा लिखा जाता था। 1920 में अमेरिका में पहली बार किसी दुकानदार द्वारा बाय नाउ पे लेटर लिखी तख्ती को दुकान के बाहर लगाया गया। 1950 में डिनर्स क्लब और अमेरिकन एक्सप्रेस ने पहली बार अमेरिका में चार्ज काड्र्स लॉन्च किये, जबकि 1951 में जाकर पहला क्रेडिट कार्ड लॉन्च किया गया, जिसे हम प्लास्टिक मनी भी कहते हैं। इस क्रम में डिनर्स क्लब ने पहले 200 ग्राहकों को कार्ड मुहैया कराया, जो न्ययॉर्क शहर के 27 रेस्टोरेंट में उस कार्ड का इस्तेमाल कर सकते थे। बाद में 1970 में कार्ड में मैग्नेटिक स्ट्रिप डालने की तकनीक के विकास के साथ क्रेडिट कार्ड सूचना क्रांति के साथ खुद को जोड़कर लोकप्रियता के इस मुकाम तक पहुंच सका।
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