ग्लैडियेटर क्या है?

gladiatorदोस्तों, रसल क्रोवे की ऑस्कर विजेता फिल्म “ग्लैडियेटर’ देखने के  इच्छुक तो आप भी होंगे। लेकिन उससे पहले यह जानना ज़रूरी है कि आखिर यह ग्लैडियेटर है क्या?

संसार के इतिहास में जो सबसे ाूर खेल रहा है, वह प्राचीन रोम में ग्लैडियेटर्स के बीच लड़ाई है। इस स्पोर्ट की जड़ें इटरूस्कन लोगों की प्राचीन परम्परा में हैं, जहां किसी बड़े जनाजे या अंतिम संस्कार के अवसर पर गुलामों को आपस में लड़ाया जाता था। ईसा से 264 वर्ष पूर्व रोमनों ने वहीं से यह विचार लिया। पहले यह लड़ाइयां अंतिम संस्कार के अवसर तक सीमित रहती थीं, लेकिन आहिस्ता-आहिस्ता यह रोमनों का मुख्य मनोरंजन का साधन बन गयीं। इन्हें बहुत बड़े अखाड़ों में आयोजित किया जाता था। शुरू में प्रतियोगी गुलाम और सज़ायाफ्ता अपराधी होते थे। लेकिन बाद में ग्लैडियेटर्स को पारंगत करने के लिए स्कूल खोले गए और हर किस्म का नागरिक ग्लैडियेटर बनने लगा ताकि शोहरत और पैसा कमाया जा सके। शायद इसी के लिए विशाल एम्पीथियेटर्स का निर्माण किया गया था।

इन थियेटरों में लड़ाई से पहले ग्लैडियेटर्स की परेड करायी जाती थी, जो सोने या चांदी के शानदार कवच में होते थे। परेड के बाद लकड़ी के हथियारों से छद्म युद्ध होता था ताकि दर्शकों की भूख को बढ़ाया जा सके। फिर ट्रम्पेट बजाया जाता था और योद्धा लकड़ी के हथियारों को छोड़ असली हथियार उठा लेते थे। वह जोड़ों में बंट जाते थे ताकि खूनी जंग शुरू हो सके। वे विभिन्न किस्म के हथियार इस्तेमाल करते थे। ग्लैडियेटर्स जोड़ों में लड़ते थे और जब एक घायल होकर गिर जाता था, तो नियम यह था कि स्टैंड में जो लोग बैठे होते थे वही उसकी किस्मत का फैसला करते थे। अगर वह उसकी जान बख्शना चाहते थे, तो हवा में अपने रूमाल लहराते थे। अगर वह अपने अंगूठे नीचे को झुकाते थे, तो पीड़ित को मरना पड़ता था। क्या तुम्हें मालूम है कि ग्लैडियेटर्स शेरों से भी लड़ते थे।

जी हॉं, वक्त के साथ रोमन इस खूनी युद्ध से बोर होने लगे, तब उन्होंने नये नज़ारे ईजाद किये। उन्होंने ग्लैडियेटर्स की लड़ाई शेरों, टाइगरों और अन्य जंगली जानवरों से करानी शुरू कर दी। बीतते वक्त के साथ जब लोग सभ्यता की सीढ़ियां चढ़ने लगे, तब उन्हें लगने लगा कि कि यह तो बहुत ही हिंसक खेल है। तब इस खून के प्यासे खेल को बंद करने के प्रयास किये जाने लगे। प्रयास तो बहुत पहले से होने लगे, लेकिन सफलता 1500 एडी में ही मिल पाई, जब सम्राट थियोडोरिक ने सख्ती के साथ इस स्पोर्ट को कुचल दिया।

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