खेती करो हरि नाम की हो मनुवा, खेती करो हरि नाम की भजन

खेती करो हरि नाम की हो मनुवा, खेती करो हरि नाम की हरिनाम की चारों धाम की हो मनुवा, हा मनुवा है मनुवा खेती करो हरिनाम की॥ टेर ॥ रुपया ना लागे, पैसा ना लागे। कौडी ना लागे, छदाम् की॥ 1 ॥ इस पार गँगा, उस पार यमुना। बीच में कूटी, घनश्याम की॥ 2 ॥ […]

अन्त में निकला ये परिणाम प्रभु से बडा प्रभु का नाम भजन

अन्त में निकला ये परिणाम प्रभु से बडा प्रभु का नाम। प्रभु से बडा, प्रभु का नाम, हरि से बडा हरि का नाम॥ हरि से बडा, हरि का नाम, अन्त में निकला ये परिणाम प्रभु से बडा प्रभु का नाम॥ टेर ॥ राम सिंवरले सुकृत कर ले, कौडी लगेना छदाम्। नाम के बाँधे खींच आयेंगे, […]

चेला वही चीज लाना रे, जो गुरु ने मँगाई भजन

चेला वही चीज लाना रे, जो गुरु ने मँगाई। गुरु ने मँगाई चेला, गुरु ने मँगाई, हो चेला वही चीज लाना रे, जो गुरु ने मँगाई॥ टेर ॥ पहली भिक्षा जल भर लाना, नदी कुँआ के पासन जाना। गंदा ऊजला छोड के चेला, तूम्बी भरके लाना॥ 1 ॥ दूसरी भिक्षा अन्न ले आना, गाँव नगर […]

चैत्र महीना में चिन्ता लागी, गुरु बिन कौन मिटावे भजन

चैत्र महीना में चिन्ता लागी, गुरु बिन कौन मिटावे। और दवाई म्हारे दाय नहीं आवे घडी पलक ज्यूँ जावे॥ याद करुँ जद रहो हिरदां में, पल पल प्रेम सतावे गुरा सां॥ ओलूँ आपरी आवे, ओलूँ आपरी आवे गुरासा ओलूँ आपरी आवे॥ टेर ॥ वैशाखा भँवरा ज्यूँ भटक्या, बाग नजर नहीं आवे। खील रहया फूल लपट […]

सत् गुरुजी से मिलवा चालोजी, सज सिन्गारो भजन

सत् गुरुजी से मिलवा चालोजी, सज सिन्गारो। सज सिन्गारो सुरता सज सिन्गारो॥ ज्ञानगुरुजी से मिलवा चालो हे, सज सिन्गारो॥ टेर ॥ निर गंगा जलसिर पर नारो कचरो भरीयो निवारो। ज्ञान साबुन से माथो धोओ, बेग करो सिन्गारो॥ चमक घाघरो पहन सुहागन, नेम को नाडा डारो। सुरथा की गाँठ जुगत कर लेना, लोग हँसेला सारो॥ चेतन […]

भला ही आया हो गुराँ, साँचा ही आया हो भजन

भला ही आया हो गुराँ, साँचा ही आया हो। म्हारा भाग पुरबला जाग्या गुराँ, साँचा ही आया हो॥ म्हारा भाग आगला जाग्या गुरांँ, साँचा ही आया हो॥ टेर ॥ सत गुरु आँगन आया, मोतीयाँ रा थाल पुराया। सब सखियाँ मंगल गावे हो भला ही आया हो॥ 1 ॥ गुरु देवायत जी आया, जाने तोला दे […]

तेरा जीवन दो दिन का, तेरा रहना दो दिन का भजन

तेरा जीवन दो दिन का, तेरा रहना दो दिन का। जय जय सीता राम, जय जय राधेश्याम। गाये जा, हो तेरा जीवन दो दिन का॥ टेर ॥ मोर मुकट पिातम्बर सोहे, गल वैजयन्ती माला। साँवली सूरत मोहनी मूरत, चिर बढाने वाला॥ 1 ॥ यदि कल्याण चाहा था अपना, भजो श्री भगवाना। नहीं पिछे पछतावेगा, तेरे […]

बजरंग बाला, फेरूं थारी माला भजन

बजरंग बाला, फेरूं थारी माला। सालासर हनुमान, सिंवरूँ बजरंग ने ॥ टेर ॥ सालासर थारलो भवन बिराजे, झालर शंख टिकोरा बाजे। हरदम थारे नौबत बाजे, चढ रहया, घृत सिंदूर॥ 1 ॥ तुम हनुमन्ता हो दुःख भन्जन मोटे पाँव, बडे भुज दन्डन। दुष्ट मारकर कर दिये खन्डन, मुख पर बरसे नूर.। 2 ॥ रामचन्द्रजी के सार […]

बजरंग बालाजी, मदद मेरी आवना भजन

बजरंग बालाजी, मदद मेरी आवना। मदद मेरी आवना, मदद मेरी आवना॥ हनुमत बालाजी, मदद मेरी आवना॥ टेर ॥ तो कारज तुमने रामजी का सारीया। लंका को जाय करके, सिया की सुधी लावना॥ 1 ॥ तो कारज तुमने लक्ष्मण जी का सारीया। द्रोणा चल जाय करके, सरजीवन बूटी लावना॥ 2 ॥ तो कारज तुमने, सुग्रीवजी का […]

राम से मीला दो, राजा राम से मीला दो भजन

राम से मीला दो, राजा राम से मीला दो। ऐसे हनुमान सिया राम से मीला दो॥ टेर ॥ सरयू के तिर अयोध्या नगरी। उस नगरी में रामा, प्राण तो बसावो जी॥ 1 ॥ राजा राम लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न। उन चारों से रामा, हमको मिलावो जी॥ 2 ॥ लक्ष्मण मूर्छित पडयो धरती पर। लाय सरजीवन रामा, […]