म्हारो दूध तो ल जायो रे वाह रे हनुमान भजन

म्हारो दूध तो ल जायो रे वाह रे हनुमान। हो म्हारो दूध तो ल जायो रे, वाह रे हनुमान॥ टेर ॥ मारूँ धार पहाड फट जावे, दूसरो दूध पिलायो। चूर चूर पर्वत का कर दे, जद तोहे जानूं हनुमत। अन्जनी को जायो रे॥ 1 ॥ कैसा ही थारा राम और लक्ष्मण, जिन थने पायक बनायो। […]

अयोध्या में मधूरा मधूरा भजन

अयोध्या में मधूरा मधूरा, बोले मोर। दादर मोरे पपीहा बोले, कोयल करत किलोल॥ अयोध्या में झीना झीना बोले मोर ॥ टेर ॥ त्रेता युग रा चैत्र मास में। नवमी ने लिनो अवतार ॥ 1 ॥ सरयू केे तीर अयोध्या नगरी। रामजी लिनो है अवतार ॥ 2 ॥ हाथी घोडा दान दिरीजे। होय रही जय जयकार […]

कैसे कटे बाली उमरिया भजन

कैसे कटे बाली उमरिया कैसे कटे बाली। ना टूटे ठट के संग, उमर मेरी कैसे कटे बाली। ना टूटे दूध के दन्त, उमर मेरी कैसे कटे बाली॥ एक समय सपने में सोती निकल पडे मेरे नथ के मोती तडक तडक मेरी चूडियाँ चडक गई, क्या गती होती॥ मेरा ससुर जन्म का बेरी, सुतो सर्प जगायो […]

नार मोहे शंकर रो वरदान भजन

नार मोहे शंकर रो वरदान नार मोहे भोला रो वरदान क्या करसी भगवान, क्या करसी भगवान नार मोहे क्या करसी भगवान॥ टेर ॥ एक निद शिवजी मेरे घर आए। मेरे पिता ने निवत् जीमाए। जीम चूट बडे प्रसन्न भए शिव, लंका कर दी दान॥ 1 ॥ लंका जैसे कोठ हमारे। सात समुन्दर लगे किनारे॥ मेघनाथ […]

गणेशजी के भजन 4

गणराज गुणों की जहाज, लाज रख लेना मेरी हो लाज रख लेना मेरी जी हो लाज रख लेना मेरी॥ कर अस्नान चढाऊ चन्दन शंकर सुवन भवानी के नन्दन वन्दन कर कर जोड, देव मैं आज्ञाकारी जी॥ विद्या विमल बुद्धि के दाता, जो सुमिरे से सदा सुख साता एक दन्त भुज चार धार मुसे असवारी जी॥ […]

गणेशजी के भजन 3

सभा में रामा नाचत आवे गणपति, नाचत आवे गणपति रामा मेरे रामा नाचत आवे गणपति सभा में रामा नाचत आवे गणपति॥ टेर ॥ हँस चढे श्री ब्रह्मा जी आये। संग में लिये महा सरस्वती॥ 1 ॥ गरूढ चढे श्री विष्णुजी आये। संग में लिये, महा लक्ष्मी॥ 2 ॥ नन्दी चढे शिव शंकर जी आये। संग […]

गणेशजी के भजन 2

हो गणपती गणेश तुमको लाखों प्रणाम अब काटो जी क्लेश तुमको लाखो प्रणाम गज का बदन तेरा करुणा निकन्दन। भक्तजनों के देवा, तुम दुःख भजन॥ मुसे की सवारी वाले, लाखों प्रणाम॥ 1 ॥ सभा में नाम तेरा, जो कोई छ गावे। कारज सारे सदा सिद्ध होय जावे॥ गौरी के गणेश तुमको लाखों प्रणाम॥ कोई तो […]

गणेशजी के भजन 1

सँग चढो वीर हनुमान देवता सारा हो देवता सारा। तुम रिद्धी सिद्धि संग ले आवो, गजानन्द प्यारा ॥ टेर ॥ गढ रणत भुवन में आप बिराजो देवा। एक चढ मूसक् असवार करू मैं थारी सेवा ॥ 1 ॥ माता थारी पार्वती है देवा। एक पिता तो शंकर देर, करूँ मैं थारी सेवा॥ घृत सिंदूर थारे […]

गणपति के भजन

विघ्न हरण गवरा के नन्दन, रखो लाज मोरी गणपति दास तुम्हारा अर्ज करते है, सुन मालिक कैलाश पती ॥ टेर ॥ रामचंद्र सीता को परणे, लक्ष्मण रहगये बालजती तीन लोक से वो है न्यारे, रावण मारयो लँकपती॥ महादेव पारबता परणे, तीन लोक में वो शक्ति महादेव के सँग में रहकर, करे प्रेम से वो भक्ति॥ […]

गणेश जी के भजन

मनाया म्हारे आवाजो जी, गारी रा लाल गणेश गौरी रा लाल गणेश, अम्बिया रा लाल गणेश मनाया आवजो जी, बुलाया म्हारे आवजो जी गौरी रा लाल गणेश ॥ टेर ॥ रणत भुवन थारे बैठनो जी, रिद्धी सिद्धि रा दातार। माता थारी पार्वती जी, पिता है शम्भू महेश॥ घृत सिंदूर थारे अँग चढे जी गल पुष्पन […]