बाबा रामदेव जी ओ ताने खमा घणी भजन

बाबा रामदेव जी ओ ताने खमा घणी मरुधरा हो देव थारी ध्वजा फरूखे सारा देश में साच्चा मन सु ध्यावे जिनरो जन्म सफल होवे मालका ते हो कलयुग रा भगवान थाने खमा घणी निर सागर में अजमलजी ने दियो हरी यो वरदान जी भादवा री दुज चादनी आऊला राखन थारो मानजी पानी रो सब दूध […]

दिन बन्धु दीना नाथ मोरी सुध लीजिए भजन

दिन बन्धु दीना नाथ मोरी सुध लीजिए भाई नाही बन्धु नाही कुटुम्ब परिवार नाही ऐसो कोई मित्र नाही जाने जाछन जावीए रूपे को रुपयों नाही सोने को सलयो नाही कोडी पैज्ञा पास नाही कनने जाय कहिये चाकरी रो चाव नही खेवीरो उपाय नही ऐसो कोई साहू नाही जिनने जाय कहिए मोटी मोटी जँहाज वारी भक्तारा […]

राम ने भजलो रे भाई हरि ने भजलो रे भाी भजन

राम ने भजलो रे भाई हरि ने भजलो रे भाी लेवन ने हरि नाम तिरन नै है गंगा माई पाँच पन्छा में मोरियों पनी जीयों वा पदमा बाई माता पिता मुकलावों दिनों गया बनी माई दुःखरे कारण गया बन्नी में वॉ प्रदमा बाई सुख दुःख तो प्रचन ने माता पार्वती आई हर भजता हिरणा कुश […]

वारी मोरा मायका लाल ऐसा नहीं करना रे भजन

वारी मोरा मायका लाल ऐसा नहीं करना रे वारी मोरा जीत का लाल ऐसा नहीं करना रे जल उन्डो संसार थोडा तिरना सुब्द कुब्द दोय नार दोय पर रानीयाँ रे ज्हांरा न्यारा न्यारा सबाव संत पहचानीयाँ रे आई कुब्दा नार कुब्दा कर गई रे दालीयों चौरासी माय जनम डूबोयो रे आई सुब्दा नार सामो जोयो […]

जाग्य म्हारा भाग्य प्रेम गुरु मिल्या भजन

जाग्य म्हारा भाग्य प्रेम गुरु मिल्या घर बैटा ही रे आज निद उग्यो भलाई रे करोड करोड बंदन गरु दाता के चरण के माई रे गरु सा री महीमा अधिक गौविंद से वर्णीन जाई रे जीबा के कारण तारण दाता देही बनाई रे आप ही नाव आप के वटीया पार लगाई रे जीवा के कारण […]

मुर्खा फिरे रे गीवार मुर्खा फिरे रे गिवार भजन

मुर्खा फिरे रे गीवार मुर्खा फिरे रे गिवार कायावनी है हरि रे कारणे आरठ बैहे रे उताबलो ज्हाँरी उल्टी हीमाल एक भरे दुजी खालडी ज्यु जावे रे संसार चार चारे चोरी करे बडीयाबाडी के नाय फल नहीं तोड़े रामा फुलड़ा बेलड़ी या कुमलाय सामाली हाटीया में बैठी यो बानीयों निबजे हिरा मोती लाल बैल्या देख […]

टेर नाथ में थारो जी थारो नाथ में थारो जी थारो भजन

टेर नाथ में थारो जी थारो नाथ में थारो जी थारो भुलो भुरो कुटील और कामी जो कुछ हू सो थारो भूरो भूरो मैं बहुत भूरो हूँ आकीर टावर थारो भूरों कहाकर मह रह जो सु नाम बिगड़सी थारो बिगड़ीयो तो चारों बिगड़ीयो थे ही माने सुधारो। सुधरीयो तो थारो सुधरीयो थासु नहीं में न्यारों […]

मुल कमल पर चंदन चौकी भजन

मुल कमल पर चंदन चौकी गणपत आसन धरीया आसन मार हन्डक होय बैठा साधसती वालाती रीया हरे हरिजन बीना निवन कुन तिरीया आदु पंत नीवन पत मोटा साध सती वाला तिरीयारे हरिजन बीना नवीन कुन तीरीया नमो नमो म्हारा मात पीता ने उतपुत्त पालन करीया नमों नमों इन धरती मातने जा पर बैठ सुधरीया नमों […]

याद किया आवोन आरोध्या आपरो भजन

याद किया आवोन आरोध्या आपरो बिरद सम्भाल बापजी नजर दूष्ट री टाल गवरी का नन्द खोल म्हारा बन्धन कटे हिरदे का झाल हरि हरि बानी हिरदे जानी कटे करम का झाल बापजी टेर भेरू नाथ भली करी बाबा काशीरा कोतवाल नंद गिरी की नाशी गुजरला बान्धों गुगर माल शक्ति सासे मेटियो सन्ता रो बड़ा बड़ी […]

रिम झिम बाजे गुगरा धाडो रा बाजे पोट रे भजन

रिम झिम बाजे गुगरा धाडो रा बाजे पोट रे लिले री पोटा सू धरती धुजे रे बाल पना में मिल्यापीरजी करीया बड़ा हशियार रे धाल पना में मिल्या सू धो को बागे कह गया मन री बात रे बुढापा में भरे मिल्या माथे धरीयो हाथरे हाथ धरो तो ऐसा धरजो, मति छोडो महाराज रे नौपत […]

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